नयी दिल्ली : कांग्रेस सांसद रेणुका चौधरी के संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘रामायण बयान’ को लेकर गुरुवार को संसद से लेकर सड़क तक ‘महाभारत’ हुई. कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण राज्यसभा की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. कांग्रेस ने पीएम से माफी मांगने को कहा.
चौधरी ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू के खिलाफ उस वीडियो को ट्वीट करने के लिए एक विशेषाधिकार प्रस्ताव लाये जाने की चेतावनी दी है, जिसमें मोदी ने उनके खिलाफ यह कथित टिप्पणी की थी. रिजिजू ने हालांकि कहा कि वह केवल यह दिखाना चाहते थे कि इस ‘अफसोसनाक’ हंसी के बाजवूद मोदी ने खुद को कैसे शांत बनाये रखा.
रिजिजू के प्रधानमंत्री की वीडियो पोस्ट करने के बाद चौधरी ने पत्रकारों से कहा कि यह बहुत आपत्तिजनक है और मैं एक विशेषाधिकार प्रस्ताव (राज्यसभा में) दायर करने जा रही हूं. इधर, सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने उनकी (चौधरी की) ‘बदतमीजी’ को लेकर उन्हें आड़े हाथों लिया.
उन्होंने कहा कि यह गलत है कि आप अपनी ‘बदतमीजी’ को छिपाने के लिए अपने महिला होने का गलत इस्तेमाल करें. दरअसल, पीएम ने बुधवार को रेणुका की हंसी पर तंज कसते हुए कहा था कि सभापति जी रेणुकाजी को कुछ नहीं कहें. रामायण के बाद ऐसी हंसी सुनने का आज सौभाग्य मिला है.