भारत की पहली महिला जासूस हैं रजनी पंडित. उन्हें ठाणे में अपराध शाखा ने गिरफ्तार कर लिया है. उन पर गंभीर आरोप लगाया गया है कि वे अनधिकृत तरीके से काॅल रिकाॅर्ड कर रही थीं.
ठाणे : अवैध रूप से कॉल विवरण रिकाॅर्ड (सीडीआर) हासिल करने में कथित संलिप्तता के लिए ठाणे पुलिस की अपराध शाखा ने भारत की पहली महिला प्राइवेट जासूस रजनी पंडित को गिरफ्तार किया है. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इससे पहले चार निजी जासूसों की गिरफ्तारी के बाद जानी मानी 54 वर्षीया महिला जासूस का नाम सामने आया. पुलिस ने चारों की पहचान मकेश पांडियन (42), प्रशांत पालेकर (49), जिगर मकवाना (35) और समरेश झा (32) उर्फ प्रतीक मोहपाल के तौर पर हुई. उन्हें यहां कलावा से 24 जनवरी को गिरफ्तार किया गया.
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रजनी पंडित पूर्व पुलिस अधिकारी की बेटी हैं. पुलिस ने समरेश झा नाम के एक जासूस को गिरफ्तार करने के बाद उन्हें उनके घर से गिरफ्तार किया. समरेश ने पुलिस को बताया था कि रजनी पंडित के कहने पर ही वह इन कॉल डिटेल्स को सोर्स करता था और इसे मोटी कीमत में बेचते थे.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस बात के पुख्ता सबूत हैं कि रजनी ने करीब 5 लोगों के सीडीआर मांगे और खरीदे थे. ठाणे पुलिस प्रमुख परम बीर सिंह ने बताया कि पंडित की भूमिका इस रैकेट में स्पष्ट रूप से सामने आयी है. जो लोग घोटाले में शामिल हैं, देश के किसी भी कोने में छिपे हों, बख्शे नहीं जायेंगे.
पुलिस ने दो अन्य जासूसों संतोष पंडगले (34) और प्रशांत सोनावाणे (34) को नवी मुंबई से गिरफ्तार किया था. एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि रजनी का बयान दर्ज कर लिया गया है और हम उनसे पूछताछ कर रहे हैं. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार जासूसों के द्वारा की गयी जासूसी के हवाले से पता चलता है कि इन्होंने अपने ग्राहकों को एक बड़ी राशि के लिए सीडीआर देने का वादा किया था.
पुलिस ने दिल्ली के एक व्यक्ति पर जीरो एफआईआर दर्ज की है, जो आरोपियों को लगातार सीडीआर उपलब्ध कराता था.