चेन्नई : तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता जब चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भरती थी, उस वक्त का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो के सामने आते ही नया विवाद शुरू हो गया है. इस वीडियो को जारी किया है टीटीवी दिनाकरन के एक समर्थक ने. वीडियो जारी करने वाले पी वेटरिवल ने […]
चेन्नई : तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे जयललिता जब चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भरती थी, उस वक्त का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो के सामने आते ही नया विवाद शुरू हो गया है. इस वीडियो को जारी किया है टीटीवी दिनाकरन के एक समर्थक ने. वीडियो जारी करने वाले पी वेटरिवल ने कहा है कि इस वीडियो के सामने आने से यह बात गलत साबित हो गयी है कि जयललिता से अस्पताल में कोई नहीं मिलता था.
उन्होंने कहा कि इस वीडियो को रिलीज करने से पहले हमने बहुत इंतजार किया, लेकिन जब हमारे पास कोई विवाद नहीं बचा तब हमने वीडियो को जारी किया है. उन्होंने कहा कि जांच आयोग ने अभी तक हमें सम्मन नहीं भेजा है. कहा जा रहा है कि यह वीडियो जारी कर दिनाकरण गुट पार्टी में लगातार जारी वर्चस्व की लड़ाई को अपने पक्ष में करना चाह रहे हैं. यही कारण है कि उपचुनाव से पहले यह वीडियो जारी किया गया है.
सत्तारूढ़ एआईएडीएमके द्वारा इसी साल दरकिनार कर दिए गए दिनाकरण पार्टी के आधिकारिक प्रत्याशी के खिलाफ आरके नगर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. गौरतलब है कि पिछले साल पांच दिसंबर को मृत्यु से पहले तीन महीने तक जयललिता अस्पताल में रही थीं. किसी ने भी उन्हें अस्पताल में नहीं देखा था, जिसके कारण उनकी बीमारी और स्थिति को लेकर विवाद हुआ था. शशिकला उन्हें किन हालात में लेकर अस्पताल पहुंची थीं, इस पर सवाल भी खड़े किए गए थे. कई लोग यह आरोप लगाते रहे हैं कि जिस वक्त उन्हें अस्पताल लाया गया था, उनकी मृत्यु हो चुकी थी और उन्हें सिर्फ राजनीतिक लाभ लेने के लिए अस्पताल में रखा गया था.