नयी दिल्ली : भाजपा नेता अरुण जेटली ने सोनिया गांधी के टेलीविजन संदेश को लेकर आज केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी को अपने मुख्य वक्ता को बदलने को बाध्य होना पडा क्योंकि राहुल गांधी के भाषण ‘‘काम नहीं आ रहे थे.’’अपनी वेबसाइट पर कांग्रेस की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस का नया नारा है ‘मैं नहीं मॉम’ और दावा किया कि पेड टेलीविजन टाइम के माध्यम से अंतिम वक्त में चुनाव का एजेंडा बदलने का कोई फायदा नहीं है.
जेटली ने कहा कि एक प्रमुख चैनल के ओपिनियन पोल में दिखाया गया है कि राजग को पूर्ण बहुमत मिल सकता है और ‘‘चूंकि कांग्रेस और सिकुडती जा रही है इसलिए इसका अभियान भी शून्य होता जा रहा है’’ क्योंकि यह ‘‘काफी काल्पनिक एवं भ्रामक’’ है.उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस पार्टी ने कल पटरी बदल ली. राहुल गांधी के नेतृत्व में प्रचार और उसके साथ के विज्ञापन पीछे चले गए. कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने खुद ही आगे आकर नेतृत्व करने का निर्णय किया. उन्होंने सभी चैनलों पर समय बुक कर देश को संबोधित किया.’’
कांग्रेस की स्पष्ट हताशा का जिक्र करते हुए जेटली ने कहा कि भाषण, साक्षात्कार और नेताओं के संवाददाता सम्मेलन को हमेशा मीडिया कवर करती है और सोनिया गांधी को लोगों तक पहुंचने के लिए टेलीविजन पर समय खरीदने की जरुरत नहीं है.उन्होंने कहा, ‘‘यह विचार पुत्र को बदलकर मां को पार्टी का मुख्य वक्ता बनाने को लेकर है.’’ भाजपा नेता अमृतसर से लोकसभा चुनाव लड रहे हैं. उन्होंने कहा कि टीवी पर सोनिया गांधी के संदेश का मतलब है कि ‘‘राहुल गांधी में विश्वास की कमी है क्योंकि उनके भाषणों का लोगों पर असर नहीं हो रहा है.’’
जेटली ने कहा, ‘‘टेलीविजन पर संदेश से अंतिम समय में मतदाताओं का एजेंडा नहीं बदल सकता. मूल्य वृद्धि, अर्थव्यवस्था का कुप्रबंधन, भ्रष्टाचार, प्रधानमंत्री कार्यालय को कमतर करना न तो ‘भारतीयता’ और न ही ‘हिंदुस्तानियत’ का हिस्सा हो सकता है. संदेश काम नहीं करेगा.’’उन्होंने दावा किया कि सोनिया गांधी का ‘‘पेड टेलीविजन टाइम’’ पर कल का भाषण कांग्रेस का नया नारा है ‘‘मैं नहीं मॉम.’’ अपने पोस्ट में जेटली ने एनडीटीवी के सर्वेक्षण का जिक्र करते हुए कहा कि सर्वेक्षण में भाजपा को संसद में 226 सीटें दी गई हैं और राजग को 275 सीटों का पूर्ण बहुमत दिया गया है.
उन्होंने कहा कि यह पहला ओपिनियन पोल है जिसमें राजग को पूर्ण बहुमत दिया गया है. उन्होंने कहा कि लगता है इसमें उभरती परिपाटी को शामिल किया गया है. जेटली ने कहा कि हर चरण में चुनाव की तारीख नजदीक आने के साथ स्थिति स्पष्ट होती जा रही है. उन्होंने कहा, ‘‘दो तरह की स्पष्ट स्थितियां हैं-कांग्रेस के खिलाफ गुस्सा और नरेन्द्र मोदी से उम्मीद. मेरा विचार है कि दौड में आगे रहने वाली पार्टी को अनुमान से ज्यादा हासिल होता है.’’