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गुरमीत समर्थकों के आतंक की ग्राउंड रिपोर्ट : लाेग पूछ रहे हैं यह पंचकूला है या युद्ध क्षेत्र, सिरसा में दिक्कत

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को अदालत द्वारा अपने आश्रम की साध्वी से रेप करने का दोषी ठहराये जाने के बादकलहरियाणा के पंचकूलाशहर मेंडेरासमर्थकों ने जबरदस्त बवाल काटा. इसके साथगुरमीतकेप्रभाव वाले शहर सिरसामें लोगआवश्यक वस्तुओं की जबरदस्त किल्लत से गुजर रहे हैं. दोनों शहरों में लोगों का जीना मुहाल हो गया है. […]

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को अदालत द्वारा अपने आश्रम की साध्वी से रेप करने का दोषी ठहराये जाने के बादकलहरियाणा के पंचकूलाशहर मेंडेरासमर्थकों ने जबरदस्त बवाल काटा. इसके साथगुरमीतकेप्रभाव वाले शहर सिरसामें लोगआवश्यक वस्तुओं की जबरदस्त किल्लत से गुजर रहे हैं. दोनों शहरों में लोगों का जीना मुहाल हो गया है. लोगों में भय, गुस्सा और आतंकका वातावरण है. उन्हें यहसमझ नहीं आ रहा है कि वे अपने ही शांति पसंद शहर में हैं या किसी युद्धग्रस्त इलाके मेंरहरहे हैं. सरकारों काप्रबंधनाकाफी साबित हो रहा है. पढ़िए,पंचकूलाव सिरसा की यह ग्राउंड रिपोर्ट :

पंचकूला: डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम को बलात्कार का दोषी ठहराए जाने के बादशुक्रवारको भड़की हिंसा का केंद्र रहे पंचकूला में असहज करने वाली चुप्पी पसरी हुई है और आज भी यहां सुरक्षा बल हाई अलर्ट पर हैं. कल हुई हिंसा में 31 लोगों की मौत हुई है. स्थानीय लोग इस हिंसा से स्तब्ध हैं और गुस्से में हैं. इनमें से कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि आखिर प्रशासन समय रहते स्थिति का आकलन करने और इसके नियंत्रण में विफल कैसे हो गया? यहां रहने वाले एक युवक ने उस भयावह मंजर को याद करते हुए कहा, ‘ ‘हम डर की हालत में जी रहे हैं. कल और पिछले कुछ दिनों से हम यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि यह पंचकूला है या किसी युद्ध प्रभावित देश का शहर? ‘ ‘ हिंसा के बाद हरियाणा और पंजाब के कई हिस्सों में कर्फ्यू लगा दिया गया है. अधिकारियों ने कहा कि आज सुबह कई स्थानों पर कर्फ्यू में ढील दी गयी, ताकि लोगजरूरी सामान खरीद सकें. अधिकारियों ने बताया कि दोनों राज्यों में कई स्थानों पर सेना ने फ्लैग मार्च किए हैं.

दोषी ठहराए जाने के बाद गुरमीत राम रहीम कोकड़ी सुरक्षा के बीच रोहतक स्थित सुनारिया में बनी एक अस्थायी जेल में रखा गया है. अधिकारियों ने बताया कि इलाके में केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है. डेरा सच्चा सौदा के अनुयायियों के उत्पात के चलते पंचकूला में 29 लोगों की मौत होगयी और 250 से ज्यादा लोग घायल हो गए. दो आइपीएस अधिकारियों समेत 60 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल भी हो गए.

एक वरिष्ठ अधिकारी ने आज कहा, ‘ ‘स्थिति तनावपूर्ण है लेकिन नियंत्रण में है. ‘ ‘ डेरा समर्थकों द्वारा कल वाहनों और सरकारी संपत्ति को आग लगाए जाने और सुरक्षा बलों के साथ उनकी मुठभेड़ के बाद स्थानीय लोगों ने कल अपने आप को अपने घरों में बंद कर लिया था. इन लोगों ने कल के मंजर को एक भयावह सपना बताया.

एक स्थानीय युवक ने कहा, ‘ ‘धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी होने के बावजूद हजारों लोग यहां पहुंच कैसे गए? ‘ ‘ एक अन्य निवासी एवं वरिष्ठ नागरिक ने कहा कि उन्होंने पंचकूला में अब से पहले ऐसा कभी नहीं देखा. यह तो एक शांतिपूर्ण शहर रहा है, जिसके पीछे की ओर शिवालिक की पहाड़ियां दिखाई देती हैं.

उन्होंने कहा, ‘ ‘इस स्थिति की वजह से हम अपने ही घरों में बंधकों की तरह बंद रहे. ऐसे हालात पैदा होने से पहले ही उन्हें रोका जा सकता था. हमारे बच्चों में अब भी डर बैठा हुआ है. वे बाहर निकलने में भी डर रहे हैं. इसके लिए कौन जिम्मेदार है? ‘ ‘ इस बीच, पंजाब के भी कुछ शहरों में भी कर्फ्यू में ढील दे दीगयी. कल एहतियात के तौर पर यहां कर्फ्यू लगाया गया था. पंजाब की मालवा पट्टी में डेरा के कई अनुयायी हैं. इस पट्टी के तहत पटियाला, मोगा, फिरोजपुर और बठिंडा आते हैं.

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सिरसा में जनजीवन प्रभावित, आवश्यक वस्तुओं की कमी से जूझ रहे हैं लोग

सिरसा: इस शहर में प्रशासन द्वाराकड़े प्रतिबंध लगाये जाने के बाद सुरेंद्र कौर अपनी घरेलू जरूरतों के लिए दो दिनों से बैंक एटीएम से रुपया नहीं निकाल पा रही है जबकि पेट्रोल पंप बंद होने के कारण मनजीत सिंह अपने मोटरसािइकल में तेल नहीं भरवा पा रहे हैं. सीबीआई की एक अदालत द्वारा 15 साल पुराने एक मामले में डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को सजा सुनाये जाने के बाद उनके अनुयायियों द्वारा भारी पैमाने पर की गयी हिंसा के बाद किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए कर्फ्यू जैसे प्रतिबंध लगाये जाने के बाद डेरा सच्चा सौदा के मुख्यालय वाले स्थान सिरसा में जनजीवन प्रभावित हुआ है. पंथ मुख्यालय के नजदीक स्थित एक दूध संयंत्र में प्रदर्शनकारी अनुयायियों द्वारा आग लगाये जाने के कारण कई इलाकों में दूध की आपूर्ति भी बुरी तरह प्रभावितहुई है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि पंचकूला में सीबीआई अदालत द्वारा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख को यौन उत्पीड़न के एक मामले में दोषी ठहराये जाने के बाद अनुयायी हिंसक हो उठे और दूध के एक संयंत्र में आग लगा दी. उन्होंने बताया कि कुछ घंटों के भीतर आग पर काबू पा लिया गया. आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति नहीं होने के कारण होटलों को भी समस्याओं को सामना करनापड़ रहा है. साथ ही प्रतिबंधों के कारण होटल कर्मचारी अपने कार्यस्थलों पर नहीं पहुंच सके. डेरा मुख्यालय से करीब चार किलोमीटर दूर अपने घर में कौर ने कहा, ‘ ‘पिछले दो दिनों से मैं अपने घर के लिए आवश्यक वस्तुएं खरीदने में असमर्थ रही हूं क्योंकि मेरे पास रुपया नहीं है और एटीएम बंद पड़ेहुए हैं. अधिकारियों को चाहिए कि आवश्यक सुविधाएं शुरू करें ताकि लोगों को किसी समस्या का सामना नहीं करनापड़े. ‘ ‘ एहतियाती उपाय के तहत विद्यालयों, कॉलेजों, सिनेमा हॉल, पेट्रोल पंपों को भी बंद कर दिया गया है.

अधिकारियों ने डेरा मुख्यालय के आसपास के इलाकों में गुरुवार को कर्फ्यू लगा दिया था. बीती शाम को डेरा के अनुयायियों के हिंसक विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर लोगों को घर के अंदर रहने के लिए कहा गया है.

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