नयी दिल्लीः बिहार के राज्यपाल रामनाथ कोविंद एनडीए के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार होंगे. भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एक प्रेस काॅन्फ्रेंस करके यह जानकारी दी. शाह ने बताया कि 23 जून तक रामनाथ कोविंद नामांकन दाखिल कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि सभी विपक्षी दलों को इसकी जानकारी दे दी गयी है.
इससे पहले, राष्ट्रपति पद का प्रत्याशी चुनने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठतम नेताओं से मुलाकात की. सत्तासीन दल के राष्ट्रपति उम्मीदवार के चयन पर केंद्रित बैठक में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, राजनाथ सिंह, अरुण जेटली, वेंकैया नायडू जैसे दिग्गज नेता मौजूद थे.
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राष्ट्रपति चुनाव के लिए नॉमिनेशन दाखिल करने की अंतिम तारीख 28 जून है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 जून को अमेरिका रवाना हो रहे हैं. वह 27 जून तक विदेश यात्रा पर रहेंगे. प्रधानमंत्री चाहते थे कि उनकी मौजूदगी में ही राष्ट्रपति उम्मीदवार का नामांकन दाखिल हो जाये.
भाजपा ने तमाम विपक्षी नेताओं से इस बारे में बात कर ली है. भाजपा ने राष्ट्रपति के चयन में आम सहमति बनाने की कोशिश की. लेकिन, उम्मीदवार का नाम न बताने के कारण विपक्षी पार्टियों ने समर्थन का कोई आश्वासन नहीं दिया. वहीं, महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी पार्टी शिव सेना अलग ही सुर अलाप रही है. रह-रह कर वह सरकार को राष्ट्रपति पद के लिए एक नाम सुझा देती है.
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भाजपा संसदीय बोर्ड की बैठक से पहले सूत्रों ने बताया कि यह लगभग तय है कि किसी कुशल और अनुभवी राजनेता को ही देश के प्रथम नागरिक के पद पर बैठाया जायेगा. वेंकैया नायडू ने रविवार को ही कहा था कि सभी दलों के साथ बातचीत का दौर पूरा हो चुका है. अब संसदीय बोर्ड में संभावित उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा होगी. केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी के नेता राम विलास पासवान से मुलाकात के बाद नायडू ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी की घोषणा 23 जून से पहले कर दी जायेगी.
वेंकैया नायडू ने कहा कि उन्होंने अब तक के घटनाक्रम से पासवान को अवगत करा दिया है. पासवान ने साफ कर दिया है कि राष्ट्रपति चुनाव में वह सरकार के साथ हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो भी फैसला लेंगे, उन्हें मान्य होगा.
पासवान से मुलाकात के बाद नायडू ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाकात की. राजनाथ सिंह भी उस समिति के सदस्य हैं, जिसे राष्ट्रपति चुनाव में आम सहमति बनाने की जिम्मेवारी सौंपी गयी है. समिति के तीसरे सदस्य केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली हैं. पिछले दिनों राजनाथ सिंह अपने आवास पर गिर गये थे, जिससे उनके पैर में फ्रैक्चर आ गया. इसलिए नायडू ने उन्हें पूरी गतिविधियों की जानकारी दी.
इससे पहले नायडू ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को सहयोगी दलों के साथ-साथ विपक्षी दलों के साथ हुए विचार-विमर्श की विस्तार से जानकारी दी. ज्ञात हो कि नायडू ने समाजवादी पार्टी के सभी धड़ों से बात की. उन्होंने मुलायम सिंह यादव के साथ-साथ अखिलेश यादव से भी इस विषय पर चर्चा की. रामगोपाल यादव और नरेश अग्रवाल से फोन पर बात की.
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सपा के सभी धड़ों ने कहा कि देश का राष्ट्रपति कोई राजनीतिक व्यक्ति ही होना चाहिए. तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी कहा है कि किसी वरिष्ठ राजनेता को ही राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाया जाये. ममता ने तो प्रणब मुखर्जी को दूसरा कार्यकाल देने का भी विकल्प रखा है.
यहां बताना प्रासंगिक होगा कि वेंकैया नायडू और राजनाथ सिंह ने राष्ट्रपति चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और अन्य कांग्रेस नेताअों के अलावा वामदलों के नेताअों से भी मुलाकात की. लेकिन, इसका कोई लाभ नहीं हुआ. कांग्रेस और वामदलों ने स्पष्ट कर दिया कि जब तक एनडीए प्रत्याशी का नाम नहीं बताता, इस विषय पर कोई भी बातचीत बेकार है.
केंद्रीय शहरी विकास मंत्री और राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी के चयन के लिए विपक्षी दलों के साथ सहमति बनाने के लिए बनी समिति के सदस्य वेंकैया नायडू ने कहा है कि 24 जून को प्रधानमंत्री विदेश यात्रा पर रवाना हो रहे हैं. इससे पहले ही राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर दी जायेगी.
बहरहाल, भाजपा ने अपने सांसदों और कई राज्यों के विधायकों को दिल्ली बुला लिया था. सूत्रों की मानें, तो राष्ट्रपति पद के एनडीए के उम्मीदवार के लिए चार सेट में नामांकन पत्र दाखिल होंगे. चारों नामांकन पत्रों में कुल 480 सांसद और विधायक हस्ताक्षर करेंगे.
सांसद और विधायक 19 और 20 जून को नामांकन पत्र पर हस्ताक्षर करेंगे. 23 जून को नामांकन पत्र दाख़िल किया जायेगा. हर नामांकन पत्र में 60 प्रस्तावक और 60 अनुमोदक होंगे. हालांकि, इसके लिए 50-50 अनुमोदक और प्रस्तावक ही चाहिए होते हैं.
खबर है कि पहले प्रस्ताव में पहला नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का होगा. दूसरे प्रस्ताव में भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पहले नंबर पर होंगे. तीसरे और चौथे प्रस्ताव में पहला नाम क्रमशः शिरोमणि अकाली दल (बादल) के बुजुर्गतम नेता प्रकाश सिंह बादल और तेलुगु देशम पार्टी के प्रमुख चंद्र बाबू नायडू का होगा. इन नामांकन पत्रों पर केंद्रीय मंत्री, सांसद और विधायक दस्तखत करेंगे.
ज्ञात हो कि वाम नेता सीताराम येचुरी ने कहा था कि यदि सरकार ने अपने उम्मीदवार की घोषणा नहीं की, तो मंगलवार को विपक्ष अपने उम्मीदवार के नाम का एलान कर देगा. इसके साथ ही चुनाव अवश्यंभावी हो जायेगा.