नयी दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अपनी सालाना रिपोर्ट में भारत-पाकिस्तान की सीमा को स्पेन आैर मोरक्को की सीमा बता दिया. इतनी बड़ी गड़बड़ी को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों ने जमकर उसकी आलोचना की. मामला सामने आने के बाद गृह सचिव ने अधिकारियों से स्पष्टीकरण मांगते हुए कहा कि अगर मंत्रालय की ओर से यह गलती हुई है, तो वह उसके लिए माफी मांगेंगे. केंद्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने कहा कि फिलहाल इन तस्वीरों के इस्तेमाल करने की कोर्इ जरूरत ही नहीं थी. हमारी सीमा की भी कई अच्छी तस्वीरें हैं. उन्होंने कहा कि वे पता लगा रहे हैं कि ये तस्वीर कहां से ली गयी और अगर उनके मंत्रालय के लोगों से गलती हुर्इ है, तो माफी मांग ली जायेगी.
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गृह सचिव ने इस मामले पर सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से भी सफाई मांगी है. दरअसल, भारत-पाकिस्तान सीमा की तस्वीरें अक्सर बीएसएफ ही मुहैया करवाती है. पाकिस्तान की ओर से लगातार हो रही घुसपैठ को रोकने के लिए भारत ने अपनी सरहद पर फ़्लड लाइट्स लगायी हैं. मंत्रालय की ओर से इन फ्लड लाइट्स के बारे में 2016-17 की वार्षिक रिपोर्ट में जानकारी दी गयी, लेकिन सीमा पर फ्लड लाइट्स की जानकारी देने के लिए जिन तस्वीरों का इस्तेमाल किया वे स्पेन-मोरक्को सीमा की हैं.
मंत्रालय की किरकरी इसलिए भी हुई, क्योंकि जिस तस्वीर को भारत-पाकिस्तान सीमा बताया गया है, वह फोटो 2006 में स्पैनिश फोटोग्राफर जेवियर मोरयानो द्वारा ली थी. यह तस्वीर अफ्रीका के नॉर्थ कोस्ट पर मोरक्को और स्पेन सीमा पर फ्लड लाइट्स और फेंसिंग को दिखाते हुए खींची गयी थी. अपनी वार्षिक रिपोर्ट में मंत्रालय ने लिखा है कि भारतीय क्षेत्र में आतंकियों और अप्रवासियों की घुसपैठ को रोकने के लिए पाकिस्तान और बांग्लादेश से लगती हुई भारत की 647 किलोमीटर की सीमा पर फ्लड लाइट्स लगायी गयी हैं.