बालाघाट (मप्र) : मध्यप्रदेश के बालाघाट में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए भीषण धमाके में 25 लोगों की मौत हो गयी जबकि सात गंभीर रूप से घायल हो गए. हादसे के दौरान फैक्ट्री में 47 मजदूर काम कर रहे थे. प्रशासन ने 23 मौतों की पुष्टि की है. करीब 20 लोग अभी भी लापता हैं. प्रशासन का मानना है कि मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है.
इस हादसे के संबंध में ग्रामीणों ने बताया कि धमाके के बाद शव आसपास के 500 मीटर के क्षेत्र में बिखर गए. हालात इतने भयावह थे कि शवों की पहचान करना भी कठिन था. बताया जा रहा है कि फैक्ट्री में अधिकतर महिलाएं ही काम कर रही थीं.
बालाघाट पुलिस रेंज के अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक जी जर्नादन ने बताया कि कोतवाली पुलिस थाना क्षेत्र में स्थित फैक्टरी में बुधवार दोपहर लगभग तीन बजे आग लगी. यह जगह जिला मुख्यालय से लगभग 10 किलोमीटर दूर है. बालाघाट के जिलाधिकारी भरत यादव के अनुसार घटना में 10 मजदूरों के झुलसने की खबर मिली थी. उनमें से तीन की नागपुर ले जाने के दौरान मौत हो गयी. इसके साथ ही मरने वालों की संख्या बढकर 23 हो गयी. उन्होंने कहा, ‘‘सात घायलों में से पांच को उपचार के लिए नागपुर ले जाया गया है, जबकि दो अन्य का जिले के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.’
इस बीच, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मरने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जख्मी हुए लोगों के इलाज का खर्च वहन करेगी.
बालाघाट के कलेक्टर भरत यादव ने बताया कि यह आग वारिस अहमद की पटाखा फैक्टरी में लगी. यह लाइसेंस वाली फैक्टरी थी. हादसा उस वक्त हुआ, जब ये मजदूर फैक्टरी में काम कर रहे थे. यादव ने कहा कि आग लगने का असली कारण अब तक पता नहीं चल पाया है. हो सकता है कि किसी मजदूर ने बीडी पीने के बाद वहां फेंक दी हो. जहां फैक्टरी थी, उस इलाके में आवासीय इलाका नहीं था.
आग लगने के कारणों की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दे दिये गये हैं.