Indian Army Day 2021 Date, Sena Diwas 2021 Kab Manaya Jata hai, Wishes Images, Quotes, Status: फील्ड मार्शल केएम करियप्पा के सम्मान में हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाता है. करियप्पा भारतीय सेना के पहले कमांडर-इन-चीफ थे, जिन्होंने 15 जनवरी 1949 में सर फ्रैंसिस बुचर से प्रभार लिया था. सेना दिवस पर सेना जो सुरक्षा का एहसास देश को देती है, वह उस पर आज तक खरी उतरती आई है. देश पर आए हर संकट से जान की बाजी लगाकर लड़ती है और देशवासियों को सुरक्षित रखने कि कोशिश करती है. चाहे वो संकट दुश्मन देशों की तरफ से आया हो या फिर अन्य मोर्चे पर हो. भारतीय थलसेना प्राकृतिक आपदा, अशांति और उपद्रव की स्थितियों में बचाव एवं मानवीय सहायता पहुंचाने में प्रशासन का सहयोग भी करती है. कोरोना जैसे संकटकाल में भी भारतीय सेना ने डंटकर अपनी सेवा दी है. आज हम आपको सेना दिवस के अवसर पर भारतीय थलसेना से जुड़ी कुछ रोचक तथ्यों से अवगत करवा रहे हैं.
तिरंगा हमारा है शान-ए-जिंदगी,
वतन परस्ती है वफा-ए-जिंदगी,
देश के लिए मर मिटना कबूल है हमें,
अखंड भारत के स्वप्न का जुनून है हमें!
Happy Indian Army Day.
केएम करियप्पा दूसरे ऐसे सेना अधिकारी थे, जिन्हें फील्ड मार्शल की उपाधि दी गई थी.उन्हें 28 अप्रैल 1986 को फील्ड मार्शल का रैंक प्रदान किया गया था. फील्ड मार्शल एक पांच सितारा अधिकारी रैंक और भारतीय सेना में सर्वोच्च प्राप्य रैंक है. भारतीय सेना में यह पद सर्वोच्च होता है, जो किसी सैन्य अधिकारी को सम्मान स्वरूप दिया जाता है. देश के इतिहास में अब तक केवल दो अधिकारियों को ही यह रैंक दिया गया है. सबसे पहले जनवरी 1973 में राष्ट्रपति द्वारा सैम मानेकशां को फील्ड मार्शल पद से सम्मानित किया था. उसके बाद 1986 में केएम करियप्पा को फील्ड मार्शल बनाया गया.
आजादी के बाद देश में कई प्रशासनिक समस्याएं पैदा होने लगी थीं और फिर स्थिति को नियंत्रित करने के लिए सेना को आगे आना पड़ा था. भारतीय सेना के अध्यक्ष तब भी ब्रिटिश मूल के ही हुआ करते थे. 15 जनवरी 1949 को फील्ड मार्शल के एम करियप्पा स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय सेना प्रमुख बने थे. उस समय सेना में लगभग 2 लाख सैनिक थे. केएम करियप्पा के सेना प्रमुख बनाए जाने के बाद से ही हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस मनाया जाने लगा.
भारतीय सेना ने अपनी सीमाओं पर निगरानी को बेहतर बनाने के लिए स्विच ड्रोन (स्विच ड्रोन) की खरीद के लिए एक समझौते पर दस्तखत किए हैं। वर्टिकल उड़ान भरने और लैंड करने वाले ये ड्रोम (ऊर्ध्वाधर टेक-ऑफ और लैंडिंग ड्रोन) अधिकतम 4500 मीटर की ऊंचाई पर लगातार 2 घंटे तक उड़ान भर सकते हैं।
भारतीय सेना (भारतीय सेना) ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। सेना के मेजर अनूप मिश्रा (मेजर अनूप मिश्रा) ने दुनिया की पहली यूनिवर्सल बुलेटप्रूफ जैकेट (दुनिया की पहली सार्वभौमिक बुलेटप्रूफ जैकेट) विकसित की है. इस स्वदेशी बुलेटप्रूफ जैकेट को ‘शक्ति’ (शक्ति) नाम दिया गया है। इस जैकेट की सबसे खास बात यह है कि यह महिला और पुरुष दोनों ही पहन सकते हैं, जो कि बाकी स्टैडफुल जैकेट से अलग मेकअप करता है. इसके साथ ही यह जैकेट दुनिया का पहला फ्लेक्सिबल बॉडी आर्मर (दुनिया का पहला लचीला शरीर कवच) भी है.
भारतीय सेना की उत्पत्ति ईस्ट इंडिया कंपनी की सेनाओं से हुई थी, जिसे बाद में 'ब्रिटिश इंडियन आर्मी' के रूप में जाना जाता था. अंततः स्वतंत्रता के बाद इसे राष्ट्रीय सेना के रूप में जाना जाता है. भारतीय सेना की स्थापना लगभग 125 साल पहले 1 अप्रैल, 1895 को अंग्रेजों ने की थी लेकिन भारत में सेना दिवस 15 जनवरी को मनाया जाता है. 15 जनवरी को एक भारतीय नागरिक के हाथों में सेना की शक्ति का हस्तांतरण देश में सेना दिवस के रूप में चिह्नित किया जाता है.इस दिन, उन सभी बहादुर सेनानियों को सलामी दी जाती है जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा और राष्ट्र की अखंडता को बनाए रखने के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया है.
हर साल 15 जनवरी को सेना दिवस (Army Day 2021) मनाया जाता है. इस साल भारत का 73वां सेना दिवस मनाया जाएगा. यह दिन सैन्य परेडों, सैन्य प्रदर्शनियों व अन्य कार्यक्रमों के साथ नई दिल्ली व सभी सेना मुख्यालयों में मनाया जाता है. सेना दिवस (Army Day 2021) के अवसर पर पूरा देश थल सेना की वीरता, अदम्य साहस, शौर्य और उसकी कुर्बानी को याद करता है.