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डेंगू में रखें खास ख्याल
हम सभी डेंगू के संक्रमण और उसके प्रभाव को भलीभांति जानते हैं. डेंगू के संक्रमण से शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती हैं. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ खास तरह की दवाओं, आनुवंशिक रोगों, कुछ खास तरह के कैंसर, कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट, अधिक एल्कोहल के सेवन व कुछ खास तरह के बुखार […]
हम सभी डेंगू के संक्रमण और उसके प्रभाव को भलीभांति जानते हैं. डेंगू के संक्रमण से शरीर में प्लेटलेट्स की संख्या कम होने लगती हैं. हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ खास तरह की दवाओं, आनुवंशिक रोगों, कुछ खास तरह के कैंसर, कीमोथेरेपी ट्रीटमेंट, अधिक एल्कोहल के सेवन व कुछ खास तरह के बुखार जैसे वायरल, डेंगू, मलेरिया व चिकनगुनिया के होने पर भी ब्लड प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है. कई बार प्लेटलेट्स कम होने से एलर्जी होने की भी संभावना बढ़ जाती है.
शरीर में प्लेटलेट्स
एक स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में 5 से 6 लीटर खून होता है. प्लेटलेट्स का मुख्य कार्य शरीर में खून बहने से रोकना है. प्लेटलेट्स कॉलेजन नामक द्रव से मिल कर वहां एक अस्थाई दीवार का निर्माण करते हैं और रक्त वाहिकाओं की क्षती होने से रोकते हैं. प्लेटलेट्स अस्थि-मज्जा में मौजूद कोशिकाओं के काफी छोटे कण होते हैं. यह थ्रोम्बोपीटिन हार्मोन के कारण विभाजित होकर खून में मिल जाते हैं. 8 से 10 दिन में संचारित होकर खुद ही नष्ट भी हो जाते हैं. शरीर में थ्रोम्बोपीटिन का काम प्लेटलेट्स की संख्या सामान्य बनाए रखना होता है. प्लेटलेट्स की संख्या कम होने की स्थिति को थ्रोम्बोसाइटोपेनिया कहा जाता है. एक स्वस्थ व्यक्ति में सामान्य प्लेटलेट काउंट ब्लड में 150 हजार से 450 हजार प्रति माइक्रोलीटर होते है. लेकिन जब यह काउंट 150 हजार प्रति माइक्रोलीटर से नीचे चला जाये तो इसे लो प्लेटलेट माना जाता है.
शरीर में प्लेटलेट्स को बढ़ाने के लिए
– पानी के साथ-साथ अधिक से अधिक तरल पदार्थ लें.
– नींबू-पानी का सेवन करें. साथ ही दिन में तीन बार एक-एक चम्मच हल्दी, दूध या पानी
के साथ लें
– इसके अलावा चुकंदर का सेवन करें. प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट और हेमोस्टैटिक गुणों से भरपूर होने के कारण, चुकंदर प्लेटलेट काउंट को कुछ ही दिनों बढ़ा देता है. अगर दो से
तीन चम्मच चुकंदर के रस को एक गिलास गाजर के रस में मिलाकर पिया जाये तो ब्लड प्लेटलेट्स तेजी से बढ़ती हैं.
– पपीता के फल और पत्तियां दोनों का ही इस्तेमाल प्लेटलेट को बढ़ाने में किया जाता है. चूंकि पत्तियां कड़वी होतीं हैं इसलिए पपीते की पत्तियों को चाय की तरह भी पानी में उबालकर पी सकते हैं, इसका स्वाद ग्रीन टी की तरह लगेगा.
– प्लेटलेट को बढ़ाने में नारियल का पानी भी इस्तेमाल किया जाता है. नारियल पानी में इलेक्ट्रोलाइट्स पाया जाता है. मिनरल का अच्छा स्रोत होने के कारण यह शरीर में ब्लड
प्लेटलेट्स की कमी को पूरा करने में मदद करता है.
– प्लेटलेट को बढ़ाने के लिए आंवला के प्रयोग भी किया जाता है. आंवले में मौजूद विटामिन सी प्लेटलेट्स के उत्पादन को बढ़ाने और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में मदद करता है. नियमित रूप से सुबह के समय खाली पेट 3-4 आंवला खाएं या दो चम्मच आंवले के जूस में शहद मिलाकर लिया जा सकता है.
– कद्दू विटामिन ए से समृद्ध होने के कारण प्लेटलेट बढ़ाने में मदद करता है. यह कोशिकाओं में उत्पादित प्रोटीन को नियंत्रित करता है, जो प्लेटलेट स्तर को बढ़ाने के लिए ज़रूरी होता है. कद्दू के आधे गिलास जूस में एक से दो चम्मच शहद डालकर दिन में दो बार लेने से प्लेटलेस्ट की संख्या बढ़ती है.
– डेंगू के दौरान नियमित रूप से गिलोय का सेवन करने से ब्लड प्लेट्स बढ़ने लगती हैं और रोगी की प्रतिरोधी क्षमता बढ़ती है. दो चुटकी गिलोय के सत्व को एक चम्मच शहद के साथ दिन में दो बार लें या फिर गिलोय की डंडी को रात भर पानी में भिगो कर सुबह उसका छना हुआ पानी पी लें.
– पालक विटामिन ‘के’ का एक अच्छा स्रोत है. डेंगू बुखार के दौरान इसे किसी भी रूप में खाया जा सकता है. दो कप पानी में 4 से 5 ताजा पालक के पत्तों को डालकर कुछ मिनट के लिए उबाल लें. इसे ठंडा होने के लिए रख दें. फिर इसमें आधा गिलास टमाटर मिला दें. इस मिश्रण को दिन में तीन बार पीये
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