नयी दिल्ली : पूर्व में अपने करियर के शीर्ष पर रहते हुए माधुरी दीक्षित और जूही चावला ने कभी साथ काम नहीं किया था लेकिन अब दोनों पहली बार फिल्म ‘गुलाब गैंग’ में साथ काम कर रही हैं. फिल्म में दोनों क्रमश: नायिका और खलनायिका के किरदार में हैं. अपने साक्षात्कारों में जूही ने कहा कि दोनों ने संभवत: इस वजह से साथ काम नहीं किया क्योंकि उस समय अभिनेत्रियों के बीच बहुत प्रतिस्पर्धा थी.
लेकिन माधुरी का कहना है कि उन्होंने जूही को कभी भी अपनी प्रतिद्वंद्वी के रुप में नहीं देखा और जूही के साथ आखिरकार काम करने का मौका प्रेरित करने वाला था. ‘गुलाब गैंग’ 7 मार्च को रिलीज हो रही है. माधुरी ने एक साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैंने उन्हें कभी प्रतिद्वंद्वी के तौर पर नहीं देखा. मुझे कभी भी किसी के भी साथ काम करने में हिचक नहीं रही। मेरा मानना है कि हम कलाकार है ना कि सीमा रेखा की तरफ दौड़ते हुए घोड़े। यह एक रचनात्मक क्षेत्र है और हम कुछ किरदार पसंद करते हैं, कुछ लोगों को पसंद करते हैं और उनके साथ काम करते हैं.’’
माधुरी ने कहा, ‘‘ऐसा नहीं है कि मैंने पहले दो नायिकाओं वाली फिल्मों में काम नहीं किया है. मैं प्रीति जिंटा :ये रास्ते हैं प्यार के:, ऐश्वर्या राय (देवदास) और करिश्मा कपूर :दिल तो पागल है: के साथ काम कर चुकी हूं.’’ 46 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि ‘गुलाब गैंग’ में जूही को काम करते देखना प्रेरणादायक था और सौमिक सेन के निर्देशन में बनी इस फिल्म में दोनों के बीच कई दृश्य हैं. माधुरी ने कहा, ‘‘यह शानदार है कि आखिरकार हमने साथ काम किया. वह एक अच्छी अभिनेत्री हैं. एक और अच्छी अभिनेत्री को अपने साथ काम करते देखना प्रेरणादायक होता है. फिल्म में हमारे बीच तनातनी वाले दृश्य हैं और मैं उनके साथ दोबारा जरुर काम करना चाहूंगी.’’
1984 में ‘अबोध’ से रुपहले पर्दे पर पहली बार उतरने वाली माधुरी ने ‘तेजाब’, ‘बेटा’, ‘दिल’, ‘हम आपके हैं कौन’, ‘पुकार’ और ‘दिल तो पागल है’ जैसी कई हिट फिल्मों की सफलता से दर्शकों के दिलों पर राज किया. हाल में आयी उनकी फिल्म ‘डेढ़ इश्किया’ भी बॉक्स ऑफिस पर हिट रही. ‘गुलाब गैंग’ में माधुरी ने महिलाओं के अधिकारों के लिए लड़ने वाली न्याय साधक की भूमिका निभायी है. माधुरी ने कहा, ‘‘यह एक मजबूत किरदार है. जब सौमिक मेरे पास कहानी लेकर आए, मुङो लगा कि यह मनोरंजक, उलझन भरी कहानी है और इसमें एक सुंदर संदेश है.’’