नयी दिल्ली: सरकार की ओर से फिल्मकार श्याम बेनेगल के नेतृत्व में गठित समिति ने फिल्मों को वर्गीकृत करने वाली नई श्रेणियां सुझाते हुए सिफारिश की है कि सेंसर बोर्ड को फिल्म पर ‘‘कैंची इस्तेमाल” करने के बजाय उन्हें वर्गीकृत करना चाहिए.बेनेगल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम सिफारिश कर रहे हैं कि सीबीएफसी को किसी भी फिल्म पर कैंची नहीं चलानी चाहिए.
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सीबीएफसी को किसी भी फिल्म पर कैंची नहीं चलानी चाहिए : बेनेगल समिति
नयी दिल्ली: सरकार की ओर से फिल्मकार श्याम बेनेगल के नेतृत्व में गठित समिति ने फिल्मों को वर्गीकृत करने वाली नई श्रेणियां सुझाते हुए सिफारिश की है कि सेंसर बोर्ड को फिल्म पर ‘‘कैंची इस्तेमाल” करने के बजाय उन्हें वर्गीकृत करना चाहिए.बेनेगल ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम सिफारिश कर रहे हैं कि सीबीएफसी को […]
हम सुझाव दे रहे हैं कि हमारे पास जो विभिन्न वर्गीकरण हैं उसके अलावा हमारे पास यू:ए की दो श्रेणियां होनी चाहिए, एक 12 वर्ष से अधिक आयु की और एक 15 वर्ष से अधिक की आयु की. इसके साथ ही वयस्क की दो श्रेणियां होनी चाहिए जिसमें एक सामान्य वयस्क और दूसरा सावधानी के साथ वयस्क होनी चाहिए.” सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा विवादों में घिरे बोर्ड के कामकाज पर गौर करने के लिए एक जनवरी को गठित समिति ने आज अपनी रिपोर्ट सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली को सौंप दी.
बेनेगल के अलावा समिति में अभिनेता कमल हासन, फिल्मकार राकेश ओम प्रकाश मेहरा, पीयूष पांडेय, गौतम घोष, भावना सोमाया और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल थे. समिति ने यद्यपि सुझाव दिया कि सेंट्रल बोर्ड आफ फिल्म सर्टिफिकेशन किसी भी फिल्म को प्रमाणपत्र देने से इनकार कर सकती है यदि उसमें ऐसा कुछ है जो सिनेमैटोग्राफ कानून, 1952 की धारा 5बी के प्रावधानों का उल्लंघन करता हो.
समिति ने कहा है कि दूसरा मामला जिसमें सेंसर बोर्ड प्रमाणपत्र देने से इनकार कर सकता है वह है जब ‘‘किसी फिल्म की सामग्री प्रमाणन के उच्चतम श्रेणी में निर्धारित उच्चतम सीमा पार करती हो.” सिफारिशों के अनुसार फिल्मकार को प्रमाणन की वह श्रेणी उल्लिखित करनी चाहिए जो मांगी जा रही है. इसके अलावा उसे लक्षित दर्शक भी उल्लिखित करनी चाहिए. समिति ने कहा है कि सेंसर बोर्ड अध्यक्ष को सीबीएफसी के लिए केवल एक मार्गदर्शक तंत्र की भूमिका निभानी चाहिए और फिल्म प्रमाणन के दिन प्रतिदिन के मामलों में शामिल नहीं होना चाहिए.
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