मुंबई:साल में एक या दो फिल्मों में दिखने वाले अभिनेता आमिर खान ने कहा है कि उन्हें पैसों से नहीं खरीदा जा सकता है. उनका मानना है कि पैसों से अधिक ज्यादा जरूरी फिल्मों से भावनात्मक जुड़ाव है. ऐसा माना जाता है कि बॉलीवुड के तीनों खान में आमिर खान भले ही साल में एक या दो बार पर्दे पर नजर आते हो लेकिन युवाओं के सबसे पसंदीदा है. आमिर खान का दावा है कि वह दूसरे कलाकारों की तुलना में कम मेहनताना लेते हैं. उनका कहना है कि वह अपनी भावनाओं के साथ समझौता नहीं कर सकते और रुपयों से उन्हें खरीदा नहीं जा सकता.
आमिर ने कहा, ‘आज तक मैंने पैसों के लिए काम नहीं किया और यही मेरी बड़ी ताकत है.’ आमिर ने अपनी हालिया प्रदर्शित फिल्म ‘धूम3’ की सफलता के लिए दर्शकों का धन्यवाद भी किया. आमिर ने अपने 25 सालों के फिल्मी करियर में हमेशा फिल्मों, किरदारों और शैलियों के साथ प्रयोग किया है. एक प्रेमी से लेकर शिक्षक, गांव के युवक और अब एक खलनायक तक के किरदार आमिर निभा चुके हैं. आमिर के लिए सबसे बड़ी बात अपनी फिल्मों से भावनात्मक जुड़ाव है, उसके बाद ही वह फिल्म को अपनी रजामंदी देते हैं.
आमिर ने कहा, ‘ऐसा नहीं है कि मुझे पैसों की जरूरत नहीं है. हम सबको पैसे की जरूरत है और मेरे हिसाब से मैं सबसे कम मेहनताना पाता हूं. कम से कम दूसरों की तुलना में मैं बहुत कम कमाता हूं, लेकिन फिर भी मैं खुश हूं क्योंकि मैं वही करता हूं, जो मेरा दिल कहता है.’ आमिर ने ‘दिल चाहता है’ ‘जो जीता वही सिकंदर’ ‘हम हैं राही प्यार के’ ‘राजा हिंदुस्तानी’ और ‘सरफरोश’ जैसी फिल्मों में बेहतरीन अभिनय की छाप छोड़ी. साल 2001 आमिर के करियर का महत्वपूर्ण मोड़ था जब उन्होंने ‘लगान’ और ‘दिल चाहता है’ में काम किया था. उसके बाद आमिर ने ‘रंग दे बसंती’ ‘फना’ ‘गजनी’ ‘थ्री इडियट्स’ और ‘धोबी घाट’ में काम किया.