नयी दिल्ली : फिल्म आशिकी से अपने फिल्मी सफर की शुरुआत करने वाले अभिनेता राहुल राय का मानना है कि फिल्मों का बड़ा होना उनके बजट पर निर्भर नहीं करता बल्कि कोई भी फिल्म कहानी और प्रस्तुतिकरण की वजह से बड़ी होती हैं.
एक फिल्म की शूटिंग के सिलसिले में यहां आये राहुल राय ने खास मुलाकात में कहा, किसी फिल्म को उसके बजट के कारण बड़ी या छोटी नहीं कहा जा सकता है, बल्कि कोई फिल्म कहानी, अभिनय और ट्रीटमेंट के कारण बड़ी होती है. यह हमारे अंदर का भ्रम है कि बड़े बजट की फिल्में बड़ी होती है.
भारतीय फिल्मों को नया मोड़ देने वाली महेश भट्ट निर्देशित 1990 में रिलीज फिल्म आशिकी से राहुल राय ने अपने फिल्मी सफर की शुरुआत की थी. इस फिल्म को व्यावयायिक सफलता के साथ आलोचकों ने भी सराहा था. इसने फिल्मों को कुमार शानू जैसा गायक और नदीम श्रवण जैसी संगीतकार जोड़ी दी थी.
जुनून, गुमराह, फिर तेरी कहानी याद आयी और अदा के अभिनेता ने कहा, मैं हमेशा फिल्मों के करीब रहा और 34 फिल्मों में काम किया. तीन साल पहले एक प्रोडक्शन हाउस बनाया था, जिसके तहत पहली फिल्म ऐलान बनायी थी, जो भोजपुरी में थी. इसमें मैंने और ऋतुपर्णा सेनगुप्ता ने मुख्य भूमिका निभायी थी.
बिग बास-2006 के विजेता ने बताया, मेरा आस्ट्रेलिया में व्यापार है और अपनी व्यावसायिक व्यस्तता के चलते मैं फिल्मों पर अधिक ध्यान नहीं दे सका. हालांकि, अब मैं अपने बिजनेस में अच्छी तरह से जम गया हूं और फिल्मों पर ध्यान केंद्रित करना चाहता हूं.
राहुल ने बताया, इस वक्त फिल्म टू बी आर नाट टू बी की शूटिंग कर रहा हूं. यह शहर की कहानी है और एक रात की थ्रिलर फिल्म है. यह फिल्म हिन्दी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में एक साथ बन रही है. इसमें छह गाने है. इस फिल्म के सारे चरित्र ग्रे शेड में है.
उन्होंने बताया, मैं दिल्ली का रहने वाला हूं और बीते 19 साल से अधिक समय से फिल्मों से जुड़ा हुआ हूं। मुझे खुशी है कि मेरे फिल्मी सफर की यह पहली फिल्म है जिसकी पूरी शूटिंग दिल्ली में हो रही है.
उन्होंने कहा, मेरा मानना है कि किसी अभिनेता का अपने चाहने वालों से संवाद बना रहना चाहिए. बतौर अभिनेता मैं बहुत कुछ सीखना चाहता हूं, वरना अभिनेता की ग्रोथ खत्म हो जाती है…आगे मैं अभिनय का आनंद उठाना चाहता हूं. उन्होंने कहा, अच्छे विषय पर, सही नीयत और ईमानदारी के साथ किसी फिल्म का प्रस्ताव जब भी मेरे सामने आयेगा. उसे मैं जरुर स्वीकार करुंगा.