मुंबई : फिल्म निर्माता राकेश रौशन का मानना है कि हिंदी फिल्मों में एक विलेन के किरदार का चित्रण करना आसान है, लेकिन एक सुपर विलेन को सुपहले पर्दे पर उतारना मुश्किल काम है.आने वाली फिल्म कृष 3 अकाल्पनिक घटनाओं को पर्दे पर उतारने की रौशन की फिल्मों की श्रृंखला की तीसरी कड़ी है. इससे पहले वह ‘कोई मिल गया’ और ‘कृष’ के माध्यम से अनोखी शक्तियों वाले चरित्रों को पर्दे पर उतार चुके हैं.
रौशन ने कहा, ‘कृष’ को एक सुपर हीरो के तौर पर स्थापित किया. अब मुश्किल यह है कि सुपर विलेन कैसे बनाया जाए. हमें यह सुनिश्चित करना है कि सुपर विलेन की शक्तियां किसी भी तरह से सुपर हीरो से कम नहीं होनी चाहिएं. यह सब करना बहुत मुश्किल है. हमारी हिंदी फिल्मों में विलेन बनाना आसान है, लेकिन सुपर विलेन बनाना बहुत मुश्किल है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘एक सुपर विलेन बनाना वाणिज्यिक नहीं बल्कि रचनात्मक काम है. अब उनके गिरोह में कौन होगा, इसके लिए हमारे पास काया (कंगना राणावत) है.’’