मुंबई: दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार और संप्रग सरकार में केंद्रीय मंत्री चिरंजीवी के पुत्र राम चरण तेजा का कहना है कि उनके पिता ने हमेशा उन्हें जमीन से जोड़े रखा और बचपन में उन्हें फिल्में देखने या फिल्मी पत्रिकाएं पढ़ने की इजाजत नहीं थी.
दक्षिण भारतीय सिनेमा में सफलता के बाद 28 वर्षीय राम ‘जंजीर’ की रीमेक से बॉलीवुड में कदम रख रहे हैं. अमिताभ बच्चन के इस सुपरहिट सिनेमा में राम उन्हीं की भूमिका निभा रहे हैं.
व्यस्क होने के बाद ही राम को लगा कि वह फिल्मों में अपना करियर बनाना चाहते हैं. राम ने कहा, ‘‘मुझे एहसास हुआ कि अवसर मेरे दरवाजे पर खड़ा है. मैं इस अवसर को अगले स्तर तक ले जाना चाहता हूं.’’सुपरस्टार का पुत्र होने के नाते राम को लगता है कि इस टैग के अपने फायदे हैं तो नुकसान भी हैं. राम का कहना है, ‘‘मुझे खरीददारी करना बहुत पसंद है लेकिन मैं बाहर नहीं जा सकता. मुझे रेस्तरां में जाना, दोस्तों के साथ खाना बहुत पसंद है. इसमें आपका निजी जीवन कुछ हद तक समाप्त हो जाता है. आपकी जिम्मेदारियां बढ़ जाती हैं, दबाव होता है क्योंकि आप जो भी करते हैं वह मीडिया का ध्यान आकर्षित करता है, कई बार यह बहुत डरावना भी होता है.’’ राम चरण तेजा, प्रियंका चोपड़ा, संजय दत्त और प्रकाश राज स्टारर ‘जंजीर’ छह सितंबर को रिलीज हो रही है.