युवा अभिनेताओं के बिग्रेड में टाइगर श्रॉफ एक परिचित और लोकप्रिय नाम बन चुके हैं. उनकी पिछली फिल्म फ्लाइंग जट टिकट खिड़की पर कुछ खास कमाल नहीं कर पायी. अब इस ‘टाइगर’ की उम्मीदें अपनी फिल्म मुन्ना माइकल से है. उन्हें उम्मीद है कि यह फिल्म बॉलीवुड में उनकी उपस्थिति दर्ज करवाने में कामयाब होगी. फिल्म और उनके कैरियर पर हुई बातचीत के प्रमुख अंश.
मुन्ना माइकल की कौन-सी बात आपको अपील कर गयी?
माइकल जैक्सन स्टाइल का डांस इसका बड़ा थीम था. इसे लेकर मैं बहुत खुश हो गया और फिल्म से जुड़ गया. मेरा किरदार मुंबई के लड़के का है. इस किरदार में काफी कुछ ऐसा था, जो मैं करना चाहता था.
माइकल जैक्शन से जुड़ाव की कुछ बातें जो आपको याद हैं?
मैं तो बहुत छोटा था. 1996 में जब माइकल जैक्सन मुंबई में मिस्ट्री टूर के लिए आये थे. उनके डांस को देख कर मैं पागल हो गया था. जैसे-जैसे बड़ा होता गया, मैं उनके जीनियसनेस को समझा. वह फुल पैकेज इंटरटेनर थे. वह हर बात को लेकर बहुत जिद्दी थे. कॉस्टयूम, मेकअप, कैरेक्टर, डांस, सिंगिंग से लेकर बैकग्राउंड में क्या हो रहा है, सेट पर क्या चल रहा है, उनकी हर चीज पर पैनी निगाह होती थी. वह हर चीज को लेकर परफेक्शनिस्ट थे. मैं परफेक्शन पर उनकी डिटेलिंग को जान कर उनका फैन हो गया. हमेशा स्कूल-कॉलेज के टैलेंट शो पर उनके गानों पर परफॉर्म करता था. फिल्म के प्रोमोशन के दौरान हमने पुणे में एक शो किया था. 25 जून को उनकी आठवीं डेथ एनिवर्सरी पर मैंने ‘मुन्ना माइकल’ के गीतों पर परफॉर्म किया था. वैसे माइकल जैक्सन के गीत ‘बिली जेन’ मेरा पसंदीदा है. उसमे उनके मून वाक को देख कर ही उनका फैन हो गया था.
पापा जैकी श्रॉफ ने ‘हीरो’ में जो स्कार्फ इस्तेमाल किया था, आपने भी फिल्म में उसे लिया है?
हां, मैं इस फिल्म में तीन बत्ती इलाके का लड़का हूं. वह स्कार्फ मेरे किरदार की जरूरत थी. पापा की ऐसी खास चीजों को मां संभाल कर रखती हैं. वैसे पापा ने पूरी फिल्म में उसे सिर पर बांधा था. मैंने सिर्फ ‘डिंग डॉन्ग’ गाने में सिर पर बांधा है. बाकी दृश्यों में हाथ में ही पहना है.
आपके बारे में पापा की क्या राय है?
मैं उनसे डरता हूं, इसलिए ज्यादा बात नहीं कर पाता. खास कर अपनी फिल्मों के बारे में. वैसे जब मेरी पहली फिल्म हीरोपंथी का ट्रेलर आया था, वह बहुत ही खुश थे. उन्होंने बहुत खुश होकर कहा था- ‘मेरा बेटा भी हीरो बन गया’.
पिछली फिल्म फ्लाइंग जट नहीं चली. इस असफलता को कैसे डील किया?
असफलता से डील करना बहुत टफ था. बहुत रोया था. लेकिन जब मुन्ना माइकल की शूटिंग शुरू हुई तो सब भूल गया. वैसे प्रेशर बढ़ गया है कि खुद को साबित करना है. पूरा विश्वास है मुन्ना माइकल सभी का मनोरंजन करेगी.
अभिनेत्री निधी अग्रवाल की यह पहली फिल्म है. आपने उन्हें कितना गाइड किया?
निधि से मैं बहुत रिलेट कर पाया, क्योंकि दो साल पहले मैं ऐसे ही था. मैं हमेशा उसे कंफर्ट फील करवाने की कोशिश करता था कि निधि ये आसान है. आप कर लोगे. बस जैसे हो आप वैसे ही कैमरे के सामने भी रहना है. कोई रॉकेट साइंस नहीं है. वह बहुत अच्छी एक्ट्रेस हैं. डांसिंग में भी उसने बहुत मेहनत की है.
इस फिल्म में आपके साथ नवाज हैं, उन्हें डांस स्टेप सिखाना कितना मुश्किल रहा?
नवाज जी इस फिल्म में अलग किरदार निभा रहे हैं.वह ज्यादातर डार्क और इंटेंस रोल करते रहे हैं. उनके लिए डांस बहुत ही नयी चीज हैं. सिखाना मुश्किल था, लेकिन काफी मजेदार भी था. नवाज जी आसान स्टेप नहीं सीख पाते हैं, लेकिन मुश्किल स्टेप आसानी से सीख लेते हैं. पता नहीं कैसे कर जाते हैं. उनको खुद पता नहीं कि कैसे कर लेते हैं. इस फिल्म में वह अपने दर्शकों को आश्चर्यचकित करनेवाले हैं. वैसे उनसे मैंने बहुत ज्यादा सीखा है. वह बहुत बड़े आर्टिस्ट हैं. मैं हमेशा उनको ऑब्जर्ब करने की कोशिश करता था. उनका शॉट होता था. मैं साइड़ से खड़ा होकर बस उनको देखा करता था. बहुत कुछ सीखने को मिला है. जो उनके अभिनय में ठहराव है, डायलॉग डिलिवरी का अंदाज सब पर मेरा ध्यान होता था. ऑफ स्क्रीन हमारी खाने के बारे में बातचीत होती थी. फैमिली के बारे होती थी. मुङो पता नहीं था कि नवाज जी के दो बच्चे हैं. एक मेरी बहुत बड़ी फैन है. एक दिन वह सेट पर मुझसे मिलने आयी थी.