कार्टून चैनलों पर बच्चों के लिए अनुचित दृश्य दिखाने वाली अनेक शिकायतों पर ब्रोडकास्टिंग कंटेंट कंप्लेंट्स काउंसिल (बीसीसीसी) ने खासतौर पर बच्चों के कार्यक्रम प्रसारित करने वाले चैनलों को कार्यक्रमों के चयन में बहुत सावधानी बरतने का सुझाव दिया है.
अधिकारियों के मुताबिक इस तरह की शिकायतें मिली हैं कि चूमने के दृश्य वाले विज्ञापन या किसी कार्टून पात्र द्वारा आत्महत्या की कोशिश करने के दृश्य या एक पात्र द्वारा एक लड़की की स्कर्ट खींचने की कोशिश के दृश्य जैसे नजारे कई बार प्रसारित किये गये हैं. इसके अतिरिक्त दर्शकों ने बच्चों के चैनलों पर वयस्क दर्शकों के कार्यक्रमों और रियलिटी शो के विज्ञापनों को प्रसारित करने पर भी नाराजगी जताई है.
सूत्रों ने कहा कि बीसीसीसी ने कल यहां एक बैठक में शिकायतों पर गंभीरता से संज्ञान लिया. न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) ए पी शाह की अध्यक्षता वाली यह संस्था प्रसारण उद्योग की स्व-नियामक संस्था है. बीसीसीसी द्वारा जारी परामर्श के अनुसार उसके पास आईं शिकायतें आपत्तिजनक दृश्यों, सामग्री, थीम, एनिमेशन के प्रसारण से जुड़ीं या बच्चों के तथा कार्टून चैनलों पर प्रसारित कुछ कार्यक्रमों में अनुचित भाषा के इस्तेमाल से संबंधित हैं.
कुछ दर्शकों ने यह शिकायत भी की कि बच्चों के चैनलों पर डरावनी तथा एक्शन फिल्मों समेत यूए श्रेणी वाली फिल्मों की क्लिप प्रसारित की जाती हैं. कुछ चैनलों की दलील है कि चैनलों का कोई विशेष वर्गीकरण नहीं है कि कुछ चैनल बच्चों के लिए ही हैं. अत: विषयवस्तु के प्रसारण पर कोई अतिरिक्त पाबंदी नहीं है. बीसीसीसी ने इस तर्क का संज्ञान लिया लेकिन कहा कि कुछ चैनल अपना मुख्य लक्षित वर्ग बच्चों को ही मानते हैं.