मुंबई : फिल्म ‘ पाकीजा ‘ से मशहूर हुईं अभिनेत्री गीता कपूर का यहां अंधेरी में एक वृद्धाश्रम में आज निधन हो गया. वह 57 साल की थीं. पिछले साल उनके बच्चों ने कथित तौर पर उन्हें छोड़ दिया था. फिल्मकार अशोक पंडित ने उनके निधन की पुष्टि की. गुजरे जमाने की अभिनेत्री गीता कपूर को अनियमित रक्तचाप की शिकायत के बाद उनके बेटे राजा ने अप्रैल 2017 में उन्हें गोरेगांव उपनगर के एसआरवी अस्पताल में भर्ती कराया था. एटीएम से पैसा निकालने की बात कहकर उनका बेटा अस्पताल से चला गया और फिर कभी वापस नहीं आया.
बताया जाता है कि राजा एक कोरियोग्राफर हैं और उनकी बेटी पूजा विमान परिचारिका हैं. गीता के निधन पर शोक जताते हुए पंडित ने ट्विटर पर पोस्ट किया. उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ अभिनेत्री गीता कपूर (57) के पार्थिव शरीर के पास हूं. पिछले साल उनके बच्चे उन्हें एसआरवी अस्पताल में छोड़ गये थे.
उन्होंने उपनगर के एक वृद्धाश्रम में आज सुबह अपनी अंतिम सांस ली. हमने उन्हें सेहतमंद रखने की पूरी कोशिश की लेकिन बेटे और बेटी का इंतजार उन्हें दिन प्रतिदिन कमजोर बनाता गया. अशोक पंडित ने कहा , ‘‘ वृद्धाश्रम ‘ जीवन आशा ‘ में सुबह करीब नौ बजे उनकी स्वाभाविक मौत हुई.
वह पिछले साल से इसी वृद्धाश्रम में रह रही थीं. वह कमजोर होती जा रही थीं और उन्हें तरल भोजन दिया जा रहा था. ‘ पंडित ने बताया , ‘‘ मरते दम तक उन्हें यही उम्मीद थी कि उनका बेटा राजा एक न एक दिन वृद्धाश्रम से उन्हें घर ले जाने के लिए आयेगा … और यह तो और भी त्रासद है. ‘ गीता कपूर ने ‘ पाकीजा ‘ ‘ रजिया सुल्तान ‘ समेत 100 से अधिक फिल्मों में काम किया. पंडित ने कहा कि उनका पार्थिव शरीर दो दिन तक अस्पताल में रखा जायेगा ताकि उनका परिवार आकर उसे ले जाये. उन्होंने कहा , ‘‘ लेकिन अगर वे नहीं आये तो उनका अंतिम संस्कार सोमवार को किया जायेगा.