Distance Learning: अब ओपन एंड डिस्टेंस लर्निंग मोड से पढ़ाई कराने वाले संस्थान, जहां चार वर्षीय स्नातक कोर्स लागू होगा, वहां के स्टूडेंट्स अब सेकेंड इयर में रेगुलर यूनिवर्सिटी में एडमिशन ले सकते हैं. इग्नू जनवरी, 2024 सत्र से चार वर्षीय स्नातक डिग्री की शुरुआत करेगा. इग्नू भी अन्य रेगुलर यूनिवर्सिटी के तर्ज पर छात्रों को मल्टीडिसीप्लिनरी पढ़ाई और मल्टीपल एंट्री-एग्जिट की सुविधा भी देगा.
इस विषयों में कोर्स की शुरुआत
विवि वोकेशनल कोर्स में नृत्य, संगीत, नाट्यशाला, कंप्यूटर, ट्रांसलेशन, रेडियो, टेलीविजन राइटिंग कोर्स में इसकी शुरुआत करेगा, क्योंकि विवि के पास इसका सेटअप बना हुआ है. इसमें यूजीसी के दिशा-निर्देशों के तहत कौशल विकास व उद्यमिता मंत्रालय मदद करेगा. यूजीसी ने शैक्षणिक सत्र 2023-24 में सभी विवि को नयी शिक्षा नीति 2020 को लागू करने का निर्देश दिया है.
इग्नू जनवरी 2024 सत्र से चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम शुरू
इसी के तहत इग्नू जनवरी 2024 सत्र से चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम शुरू करेगा. इग्नू से पहले वर्ष के छात्र एक साल की पढ़ाई के बाद देश के किसी भी रेगुलर यूनिवर्सिटी से अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगे. इसके साथ-साथ डिस्टेंस लर्निंग मोड में एडमिशन लेने वाले स्टूडेंट्स पहली बार वोकेशनल कोर्स के साथ बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर अपनी डिग्री रेगुलर यूनिवर्सिटी से ले सकते हैं. इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक ने बताया कि जनवरी सत्र ने चार वर्षीय स्नातक कोर्स लागू कर दिया जायेगा. इसके बाद मल्टीपल एंट्री व एग्जिट की सुविधा मिलेगी.
एक साल की पढ़ाई में हासिल करना होगा 44 क्रेडिट
चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम के तहत शुरुआत में कुछ विषयों को छोड़कर अध्ययन सामग्री अंग्रेजी और हिंदी में उपलब्ध करायी जायेगी, जबकि कक्षाओं में पढ़ाई भारतीय भाषा में होगी. इग्नू पहले चरण में छह से सात भाषाओं से शुरुआत कर सकता है. यदि कोई छात्र एक साल की पढ़ाई के बाद एग्जिट करता है, तो उसे 44 क्रेडिट के वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई जरूरी होगी. इसके बाद उसे एग्जिट पर 44 क्रेडिट का यूजी सर्टिफिकेट मिलेगा. दो साल की पढ़ाई पूरी करने पर 84 क्रेडिट का यूजी डिप्लोमा और तीन साल की पढ़ाई पूरी करने पर बीए इन मेजर की 120 क्रेडिट की डिग्री मिलेगी. इसके बाद यदि कोई छात्र ऑनर्स करना चाहता होगा, तो 40 क्रेडिट की पढ़ाई करनी पड़ेगी.
छह क्रेडिट के मानव मूल्य, भारतीय ज्ञान परंपरा, संस्कृति परंपरा से हासिल करना जरूरी
चार वर्षीय डिग्री प्रोग्राम का नाम ह्यूमैनिटीज में बीए इन मेजर, तो कॉमर्स में बीकॉम इन मेजर और साइंस में बीएससी इन मेजर नाम होगा. स्नातक की चार वर्षीय डिग्री 160 क्रेडिट की होगी, जबकि तीन वर्षीय डिग्री 120 क्रेडिट की रहेगी. स्नातक डिग्री मेजर और माइनर में चलेगी. स्नातक के मुख्य विषय मेजर होंगे और अन्य विषय माइनर माने जायेंगे. इसमें 60 क्रेडिट का मेजर और 24-24 क्रेडिट का माइनर, 12 क्रेडिट का इलेक्टिव और 12 ही क्रेडिट वोकेशनल में रहेंगे. इसके अलावा स्नातक के पहले वर्ष में सभी छात्रों को अनिवार्य रूप से छह क्रेडिट के मानव मूल्य, भारतीय ज्ञान परंपरा, संस्कृति परंपरा आदि की पढ़ाई करनी होगी. छात्र को बीएससी के साथ-साथ बीए का हिस्ट्री जैसे मनपसंद विषयों को पढ़ने की भी आजादी होगी.
इग्नू में बीसीए और लाइब्रेरी साइंस की 60 प्रतिशत पढ़ाई होगी ऑफलाइन
इग्नू में दो कोर्स में अब 60% कक्षाएं ऑफलाइन मोड में चलेंगी. इग्नू के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अभिलाष नायक ने बताया कि कई ऐसे कोर्स हैं, जिनमें 200 से अधिक नामांकन होने पर 60% सिलेबस ऑफलाइन मोड में पढ़ाना हैं और 40% ऑनलाइन मोड में. इस नियम के तहत अभी यहां बीसीए और लाइब्रेरी साइंस की 60% पढ़ाई ऑफलाइन होगी. सिलेबस को इसी अनुसार बांटा गया है.ऑफलाइन कक्षाएं क्षेत्रीय कार्यालय में चलेंगी.