नयी दिल्ली:बैंकों ने रसोई गैस तथा अन्य सब्सिडी के लिये खातों को आधार संख्या से जोड़ने की प्रक्रिया शुरु कर दी है. वित्त मंत्री पी चिदंबरम से मिले निर्देश के बाद बैंकों ने इस दिशा में कदम उठाना शुरु किया है.
बैंकों ने ग्राहकों को एसएमएस समेत विभिन्न माध्यमों से सब्सिडी अंतरण के लिये खाते को आधार संख्या से जोड़ने के बारे में संदेश देना शुरु कर दिया है.’’केनरा बैंक ने अपने ग्राहक को भेजे एसएमएस में कहा है, ‘‘एलपीजी, मनरेगा तथा अन्य सब्सिडी सीधे अपने खाते में प्राप्त करने के लिये कृपया अपने खाते को आधार संख्या से जोड़े.’’इससे पहले, इस महीने की शुरुआत में वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने बैंकों से देश भर में रसोई गैस के लिये ग्राहकों को प्रत्यक्ष सब्सिडी अंतरण के लिये तैयारी शुरु करने को कहा था.
पायलट परियोजना के तहत सरकार ने महत्वकांक्षी प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना के तहत जल्दी ही एलपीजी ग्राहकों को सीधे सब्सिडी देने का निर्णय किया है. 15 मई से शुरु होने वाली इस योजना में 20 जिले शामिल होंगे. एलपीजी ग्राहक सरकार से सालाना 4,000 रूपये बतौर सब्सिडी प्राप्त करेंगे और उसके बाद उन्हें 14.2 किलो का एलपीजी सिलेंडर बाजार भाव 901.50 रूपये में लेना होगा.
फिलहाल प्रत्येक ग्राहक 14.2 किलो के 9 सिलेंडर सब्सिडी युक्त 410.50 रूपये के भाव पर लेने के हकदार हैं. प्रत्येक सिलेंडर पर सरकार 435 रूपये की सब्सिडी देती है. देश में करीब 14 करोड़ एलपीजी ग्राहक हैं. सरकार को उम्मीद है कि प्रत्यक्ष लाभ अंतरण योजना से फर्जी एलपीजी कनेक्शन समाप्त होगा और उसकी कालाबाजारी रुकेगी. पहले चरण में योजना इस साल जनवरी में 43 जिलों में शुरु हुई है.
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