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पेट्रोल, डीजल पर उत्पाद शुल्क वृद्धि से और 20,250 करोड़ रुपये होंगे प्राप्त

नयी दिल्ली: पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पादशुल्क में वित्त वर्ष 2014.15 में नवंबर से घोषित वृद्धि से सरकार को अतिरिक्त 20,250 करोड रुपये की आय की प्राप्ति होगी.यह जानकारी आज संसद को दी गई. वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने राज्यसभा को एक लिखित उत्तर में बताया, पेट्रोल और ब्रांडेड तथा गैर.ब्रांडेड डीजल पर उत्पाद शुल्क […]

नयी दिल्ली: पेट्रोल एवं डीजल पर उत्पादशुल्क में वित्त वर्ष 2014.15 में नवंबर से घोषित वृद्धि से सरकार को अतिरिक्त 20,250 करोड रुपये की आय की प्राप्ति होगी.यह जानकारी आज संसद को दी गई. वित्त राज्यमंत्री जयंत सिन्हा ने राज्यसभा को एक लिखित उत्तर में बताया, पेट्रोल और ब्रांडेड तथा गैर.ब्रांडेड डीजल पर उत्पाद शुल्क (बीईडी) की मूल दरों में उक्त चार बार की वृद्धि से चालू वित्तवर्ष में करीब 20,250 करोड रुपये की आय का अनुमान है.

सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पादशुल्क को 12 नवंबर, दो दिसंबर, दो जनवरी और 17 जनवरी को बढाया था ताकि उसे इस वर्ष के लिए राजकोषीय घाटे के लक्ष्य को हासिल करने में मदद मिल सके.मंत्री ने कहा कि उपयरुक्त वृद्धि के कारण गैर. ब्रांडेड पेट्रोल के साथ साथ ब्रांडेड पेट्रोल की मौजूदा प्रभावी मूल उत्पाद शुल्क (बीईडी) दर क्रमश: 8.95 रुपये प्रति लीटर और 10.10 रुपये प्रति लीटर हो गयी है.
गैर. ब्रांडेड पेट्रोल के साथ साथ ब्रांडेड डीजल की मौजूदा प्रभावी बीईडी दर क्रमश: 7.96 रुपये प्रति लीटर तथा 14 प्रतिशत और पांच रुपये प्रति लीटर अथवा 10.25 रुपये प्रति लीटर (इनमें जो भी कम हो) है.सिन्हा ने कहा कि 31 जनवरी 2014 से 31 जनवरी 2015 के दौरान डीजल और पेट्रोल पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क से करीब 58,000 करोड रुपये राजस्व की प्राप्ति का अनुमान है.

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