नयी दिल्ली : ग्राहकों को सस्ता कर्ज मिले और अर्थव्यवस्था में गतिविधियां तेज हों इसे ध्यान में रखते हुये वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने आज बैंकों से आधार दर कम करने पर ध्यान देने को कहा ताकि ग्राहकों कुछ सस्ती दर पर कर्ज मिल सके. रिजर्व बैंक पिछले साल जनवरी से अब तक प्रमुख नीतिगत दरों में 1.25 प्रतिशत कटौती कर चुका है लेकिन इस दौरान बैंकों ने ब्याज दरों में केवल 0.30 प्रतिशत कटौती की है.
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक प्रमुखों के साथ बैठक के बाद चिदंबरम ने संवाददाताओं से कहा ‘‘हमने बैंकों से कहा कि अपनी आधार दर पर ध्यान दें. मैंने बैंकर्स से कहा कि रिजर्व बैंक ने नीतिगत दरों में 1.25 प्रतिशत की कटौती की है. इसका कुछ हिस्सा कर्ज लेने वाले ग्राहकों तक आवश्य पहुंचाया जाना चाहिये.’’
चिदंबरम ने कहा कि सभी बैंकों ने आश्वासन दिया है कि इस महीने वह अपनी आधार दर की समीक्षा करेंगे और इसमें कटौती के संबंध में उचित निर्णय लेंगे. ‘‘मेरे विचार से आधार दर में कटौती करना अर्थव्यवस्था के लिये काफी शक्तिवर्धक होगा.’’ चिदंबरम ने इस अवसर पर यह भी कहा कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने बताया है कि चालू वित्त वर्ष के दौरान वह देशभर में 8,000 नई शाखायें खोलेंगे और वर्ष के दौरान 50,000 नियुक्तियां करेंगे.
बहरहाल, वित्त मंत्री की आधार दर में कटौती की अपील बैंकों को ज्यादा नहीं भाई है. देश के सबसे बड़े बैंक स्टेट बैंक ने कहा है कि उनकी आधार दर पहले ही बाजार में सबसे नीचे है, ऐसे में उनके समक्ष इसमें कटौती की ज्यादा गुंजाइश नहीं है. बैंकों का यह भी कहना है कि विभिन्न मामलों में प्रावधान की कड़ी शर्तों और उनकी अपनी लागत 0.5 प्रतिशत बढ़ने से कटौती का लाभ आगे पहुंचाने में वह मजबूर हैं.
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