मुंबई : बैंकों और आयातकों की ओर से डालर की भारी मांग के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार (फारेक्स) में आज डालर की तुलना में रुपया 130 पैसे की गिरावट के साथ 60 रुपये प्रति डालर पर आ गया, जो अभी तक का न्यूनतम स्तर है.
इसके अलावा अन्य मुद्राओं की तुलना में डालर की मजबूती से भी रुपये की धारणा प्रभावित हुयी.
इससे पहले 11 जून को रुपया उस समय तक की सबसे अधिक गिरावट के साथ 58 98 प्रति डालर पर आ गया था.
फारेक्स बाजार में कल के कारोबार के दौरान डालर के मुकाबले रुपया सात पैसे के सुधार के साथ 58.70 रुपये प्रति डालर पर बंद हुआ था, जो आज के शुरुआती कारोबार में 130 पैसे की गिरावट के साथ सर्वकालिक न्यूनतम स्तर 60 रुपये प्रति डालर पर आ गया.
बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक बीएससी-30 भी आज के शुरुआती कारोबार में 423.05 अंक अथवा 2.19 फीसद की गिरावट के साथ 18,822.65 अंक पर आ गया.
मुख्य आर्थिक सलाहकार रघुराम राजन ने रुपये के न्यूनतम स्तर पर पहुंचने के संबंध कहा कि जरुरत पड़ी तो आवश्यक कदम उठाए जायेंगे. हम घटनाक्रम के प्रति सतर्क हैं, हम उतार-चढ़ाव नहीं चाहते और जब जरुरत होगी कदम उठायेंगे. चालू खाते के घाटा बहुत अधिक है लेकिन हम इस पर लगाम लगाने की प्रक्रिया में हैं. सोने का आयात अपने उच्चतम स्तर से नीचे आ रहा है. वित मंत्रालय, आरबीआई, सेबी बाजार पर नजर रखे हुए हैं. मई में चालू खाते के घाटे की स्थिति मई के मुकाबले बेहतर होगी.
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