दिल्ली में सरकार बनाने के लिए विधायकों को लुभाने का आरोपआप प्रमुख केजरीवाल ने लगाया था आरोपएजेंसियां, नयी दिल्लीभाजपा ने गुरुवार को इन खबरों को खारिज कर दिया कि भाजपा दिल्ली में सरकार बनाने के लिए दूसरी पार्टियों के विधायकों को लुभाने की कोशिश कर रही है. इसके साथ ही भाजपा ने कहा कि वह न तो कभी खरीद-फरोख्त में शामिल थी और न ही भविष्य में कभी इसमें शामिल होगी. गृहमंत्री और पूर्व भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने संवाददाताओं को बताया, ‘इसका सवाल ही नहीं उठता.’ उन्होंने आम आदमी पार्टी के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के इस आरोप को भी खारिज कर दिया कि भाजपा दिल्ली में सरकार बनाने लायक बनने के लिए कुछ विपक्षी दलों के विधायकों को अपने साथ मिलाने की कोशिश कर रही है.सरकार बनाने के सवाल को टाल गयेहालांकि, गृहमंत्री ने निकट भविष्य में भाजपा द्वारा राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाये जाने की संभावना पर कोई भी सीधा जवाब देने से बचते दिखे. उन्होंने कहा, ‘कृपया यह बात हमारी पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह से पूछें. मुझे इसकी जानकारी नहीं है. मेरे पास कोई सूचना नहीं है.’ जब उनसे पूछा गया कि क्या सरकार बनाने को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल को कोई निर्देश दिया गया है, तो सिंह ने कहा कि ऐसा कोई निर्देश गृह मंत्रालय की ओर से नहीं दिया गया है. फरवरी के मध्य में केजरीवाल के नेतृत्ववाली आप सरकार के इस्तीफे के बाद, फिलहाल दिल्ली में राष्अ्रपति शासन लागू है. अब तक भाजपा बहुमत की कमी का हवाला देते हुए जिम्मेदारी लेने से इनकार कर रही थी. सरकार बनाने मोदी लेंगे निर्णयदिल्ली भाजपा के नव-नियुक्त प्रमुख सतीश उपाध्याय ने बुधवार को कहा कि यदि उपराज्यपाल द्वारा आमंत्रित किया जाता है तो पार्टी सरकार गठन पर विचार करेगी. ऐसा माना जा रहा है कि दिल्ली में भाजपा के सभी विधायक और सांसद पार्टी द्वारा सरकार बनाये जाने के पक्ष में हैं. अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ब्राजील में आयोजित ब्रिक्स सम्मेलन से लौटने पर लिये जाने की संभावना है. दिल्ली के पूर्व वित्त मंत्री जगदीश मुखी को मुख्यमंत्री पद का दावेदार माना जा रहा है. विधानसभा में बहुमत साबित करने के लिए भाजपा को पांच अतिरिक्त विधायकों के समर्थन की जरुरत होगी और पार्टी सूत्रों ने कहा कि पार्टी उन्हें हासिल करने को लेकर आश्वस्त है.आप ने बुलायी विधायकों की बैठकइस बीच, दिल्ली में सरकार गठित करने के भाजपा के प्रयास को लेकर हो रही चर्चा के बीच आम आदमी पार्टी (आप) ने आगे के कदमों पर चर्चा के लिए अपने विधायकों की बैठक बुलायी है. माना जा रहा है कि बैठक में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्ववाली पार्टी दिल्ली में भाजपा के सरकार गठित करने की स्थिति में भविष्य की योजना पर चर्चा करेगी. फिलहाल 70 सदस्यीय विधानसभा में आप के 27 विधायक हैं. आप ने पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में लक्ष्मीनगर के विधायक विनोद कुमार बिन्नी को बाहर निकाल दिया था. आप के सूत्रों ने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से मिलने का समय मांगा है, हालांकि अभी कोई समय नहीं मिला है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.