मुंबई: नरेन्द्र मोदी की प्रधानमंत्री के पद पर ताजपोशी से पहले बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स आज जोरदार लिवाली से 25,000 के आंकडे को पार कर गया. यह दूसरा मौका रहा जब सेंसेक्स इस स्तर से उपर निकला लेकिन भारी मुनाफा वसूली से कारोबार की समाप्ति तक यह स्तर बरकरार नहीं रह सका और सेंसेक्स 23.53 अंक की मामूली बढत के साथ 24,716.88 अंक पर बंद हुआ.
बंबई शेयर बाजार का 30-शेयरों पर आधारित सूचकांक कारोबार के दौरान एक समय 482 अंक बढकर 25,175.22 अंक की उंचाई को छू गया. बिजली, सार्वजनिक उपक्रमों, पूंजीगत सामान, आटो रीयल्टी कंपनियों के शेयरों में लिवाली का जोर रहा. हालांकि, कारोबार के आखिरी घंटे में बिकवाली के जोर पकडने से सेंसेक्स नीचे आ गया और एक समय 24,433.90 अंक तक नीचे चला गया. समाप्ति पर इसमें 23.53 अंक यानी 0.10 प्रतिशत उंचा रहकर 24,716.88 अंक की रिकार्ड उंचाई पर बंद हुआ. इससे पहले शुक्रवार को सेंसेक्स 24,693.35 अंक के रिकार्ड स्तर पर बंद हुआ था.
इससे पहले आम चुनाव की मतगणना के दिन सेंसेक्स ने 25,000 अंक का स्तर लांघते हुये 25,375.63 अंक की एतिहासिक उंचाई को छुआ था, लेकिन उस दिन भी यह इस स्तर को बरकरार नहीं रख पाया था. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी सूचकांक भी कारोबार के दौरान 7,504 अंक की उंचाई छूने के बाद मुनाफा वसूली से नीचे आ गया और 8.05 अंक घटकर 7,359.05 अंक पर बंद हुआ.
रेलिगेयर सिक्युरिटीज के खुदरा वितरण कारोबार अध्यक्ष जयंत मांगलिक ने कहा, ‘‘भारी मुनाफा वसूली से बाजार ने शुरआती बढत गंवा दी. छोटी और मध्यम श्रेणी के ज्यादातर शेयरों में यह स्थिति रही. विदेशी संस्थागत निवेशक पिछले कुछ दिन से वायदा कारोबार में बिकवाल बने हुये हैं.’’
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