नयी दिल्ली: सरकार ने 13 ऐसे देशों की पहचान की है जहां हथकरघा, जूट, सूती, कपडा एवं परिधान आदि की प्रदर्शनी करके और उनका प्रचार बढाकर इनका निर्यात बढाया जा सकता है.कपड़ा मंत्रालय ने कहा कि इन देशों में जर्मनी, फ्रांस, इटली, अमेरिका, चीन, हांगकांग, तुर्की, ऑस्ट्रेलिया, रुस, संयुक्त अरब अमीरात, ब्राजील, मिस्त्र और चिली […]
नयी दिल्ली: सरकार ने 13 ऐसे देशों की पहचान की है जहां हथकरघा, जूट, सूती, कपडा एवं परिधान आदि की प्रदर्शनी करके और उनका प्रचार बढाकर इनका निर्यात बढाया जा सकता है.कपड़ा मंत्रालय ने कहा कि इन देशों में जर्मनी, फ्रांस, इटली, अमेरिका, चीन, हांगकांग, तुर्की, ऑस्ट्रेलिया, रुस, संयुक्त अरब अमीरात, ब्राजील, मिस्त्र और चिली शामिल हैं. उसने कहा कि इन देशों में बिक्री एवं विपणन की संभावनाओं के आधार पर उत्पादों की पहचान की जाएगी तथा उनकी प्रदर्शनी की जाएगी.
जर्मनी, फ्रांस और इटली जैसे यूरोपीय देशों के लिए उत्पादों में सूती कपड़े, हथकरघा आदि शामिल हैं. अमेरिका के लिए भारतीय परिधान और चीन के लिए भारतीय सूती एवं कालीन की पहचान की गयी है. भारत पांच प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ विश्व का दूसरा सबसे बडा कपड़ा एवं परिधान निर्यातक देश है.
मंत्रालय का कहना है, भारत के लिये विभिन्न बाजारों में अपनी हिस्सेदारी बढाने के लिये व्यापक संभावनायें हैं. इसके लिये उसे अपने खास उत्पादों को विशिष्ट बाजारों से जोडना होगा. इस दिशा में आगे बढते हुये बाजार के लिये योजनायें तैयार की गई हैं. ऐसा करते हुये परंपरागत, उभरते और अन्य महत्वपूर्ण बाजारों के लिये खास रणनीति अपनाई गयी है.
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