नयी दिल्ली : दूरसंचार कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशंस और एयरसेल ने मोबाइल कारोबार के विलय को लेकर समझौता रद्द कर दिया है. रिलायंस कम्युनिकेशंस ने एक विज्ञप्ति में कहा, आरकॉम और एयरसेल के मोबाइल कारोबार का विलय सौदा आपसी सहमति से निरस्त हो गया है. दोनों दूरसंचार कंपनियों ने आर कॉम के मोबाइल कारोबार का एयरसेल के साथ विलय को लेकर सितंबर 2016 में बाध्यकारी समझौता किया था.
अनिल अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी ने कहा कि कानूनी और नियामकीय अनिश्चितताएं तथा निहित स्वार्थ के तहत हस्तक्षेप से प्रस्तावित सौदे केलिए जरूरी मंजूरी प्राप्त करने में काफी देरी हुई.
कंपनी के अनुसार, भारतीय दूरसंचार क्षेत्र में काफी प्रतिस्पर्धा के साथ ताजा नीति संबंधी दिशानिर्देश से क्षेत्र के लिए बैंक वित्त पोषण पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा था. उक्त कारणों से विलय समझौता निरस्त हो गया है. निदेशक मंडल ने इसकी मंजूरी दे दी है. आर कॉम इस सौदे के बाद कर्ज में उल्लेखनीय कमी आने की उम्मीद कर रही थी.
कंपनी के निदेशक मंडल की आज हुई बैठक में रूपांतरण कार्यक्रम की समीक्षा की गयी और कर्ज में कमी लाने को लेकर वैकल्पिक योजना पर विचार किया गया.
आर कॉम ने कहा कि वह अपने मोबाइल कारोबार को आगे बढाने केलिए वैकल्पिक योजना पर काम कर रही है और 4जी प्रौद्योगिकी पर ध्यान दे रही है.
कंपनी को बैंकों ने कर्ज बाध्यताओं को पूरा करने के लिए दिसंबर 2017 तक का समय दिया है.
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