बेंगलुरु: इंफोसिस टेक्नोलाॅजीज के संचालन का दायित्व मिलने के बाद इसके संस्थापकों में रहे नंदन निलेकणि ने अपने पुराने साथी एनआर नारायणमूर्ति की तारीफ करते हुए शुक्रवार को कहा कि उनकी अपनी एक विशिष्ट पहचान है और उन्होंने इस कंपनी में संचालन के उच्चतम मापदंड स्थापित करने में मदद की.
निलेकणि पिछली रात ही देश की इसी दूसरी सबसे बड़ी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनी चेयरमैन बनाये गये हैं. उन्होंने कहा कि वह नारायणमूर्ति के प्रशंसक हैं. नारायणमूर्ति दिग्गज और दूरदर्शी व्यक्ति हैं और वह देश में कंपनी संचालन के मानकों के जनक हैं.
निलेकणि ने निवेशकों को कांफ्रेंस कॉल पर संबोधित करते हुए कहा, पूरी सूचना का प्रकाशन और पारदर्शिता, सेक (अमेरिकी शेयर बाजार नियामक) को नियमित रिपोर्ट देने जैसी (कंपनी संचालन) की कई अच्छी परिपाटियों की शुरुआत इंफोसिस ने की है. मैं आपको आश्वस्त करना चाहूंगा कि इंफोसिस, नारायणमूर्ति एवं अन्य संस्थापकों के बीच संबंध अच्छे हों.
उन्होंने इंफोसिस की पुरानी प्रतिष्ठा बहाल करने का संकल्प लेते हुए नीलेकणि ने कहा कि कंपनी निदेशक मंडल द्वारा प्रबंधित कंपनी बनी रहेगी और कंपनी संचालन के सर्वाच्च मानकों पर चलेगी.
निलेकणि ने कहा कि उनकी नियुक्ति निदेशक मंडल की सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय है तथा नारायणमूर्ति भी इसके समर्थन में थे. उन्होंने हालांकि इस सवाल को टाल दिया कि क्या निदेशक मंडल द्वारा 18 अगस्त को शेयर बाजार को दिये उस बयान को इंफोसिस वापस लेगी, जिसमें विशाल सिक्का के इस्तीफा के लिए नारायणमूर्ति के भटकाने वाली मुहिम को जिम्मेदार बताया गया था. उन्होंने वादा किया कि वह पूरे विवाद को देखेंगे तथा सभी पक्षों को संतुष्ट रखते हुए इसे हल करेंगे.
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