नयी दिल्लीः रक्षा मंत्रालय ने सरकार से भारत आैर चीन के बीच चल रहे तनावों के बीच 20 हजार करोड़ रुपये के अतिरिक्त बजट की मांग की है. माना जा रहा है कि रक्षा मंत्रालय ने इस रकम की मांग युद्ध की तैयारियों को ध्यान में रखकर की है. बताया जा रहा है कि रक्षा मंत्रालय की ओर से अतिरिक्त बजट की मांग उस वक्त की गयी है, जब पिछले 50 दिनों से भारत और चीन के सैनिकों के बीच विवाद चल रहा है.
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मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, अभी हाल ही में नियंत्रक एवं महालेखापरीक्षक (कैग) की एक रिपोर्ट में कहा गया था कि भारतीय सेना के पास 10 दिनों के युद्ध के लिए भी उपयुक्त गोला बारूद नहीं है. वहीं, 2017 में केंद्र सरकार ने 2,74,113 करोड़ रुपये का रक्षा बजट पेश किया था. यह बजट पिछले साल के मुकाबले 6 फीसदी अधिक है. रक्षामंत्रालय के सूत्रों का कहना है कि बजट का आधा हिस्सा उन्हें मिल चुका है, जिसमें से एक तिहाई हिस्सा खर्च भी हो चुका है.
गौरतलब है कि सेना को किसी भी हालात में कम से कम दस दिनों के युद्ध के लिए तैयार रहना होता है, लेकिन कैग की रिपोर्ट कुछ और ही बता रही थी. इसके अलावा, इस साल की शुरुआत में सरकार ने रक्षा समानों के आयात से सीमा शुल्क को हटा दिया है.
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