लाहौर : पाकिस्तानी पुलिस ने भारतीय नागरिक सरबजीत सिंह पर निर्ममता से हमला करने को लेकर दो कैदियों के खिलाफ आज हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया.
सरबजीत यहां के एक अस्पताल में गहन बेहोशी की हालत में हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि कोट लखपत जेल के सहायक अधीक्षक इश्तियाक अहमद गिल की शिकायत के बाद कैदी आमिर आफताब और मुदस्सर के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई.
इन दोनों के खिलाफ पाकिस्तानी दंड संहिता के तहत हत्या की कोशिश करने और गंभीर चोट पहुंचाने का मामला दर्ज किया गया है.
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने प्राथमिकी का हवाला देते हुए बताया कि सरबजीत के बैरक का द्वार खुलने के बाद दोनों कैदियों ने उन पर हमला कर दिया.
अधिकारी ने बताया कि अन्य दो कैदियों एहसानुल हक और मुहम्मद सफदर ने दावा किया है कि वे हमलवारों से सरबजीत को बचाने आए थे.
आफताब और मुदस्सर मौत की सजा का सामना कर रहे हैं. वे क्रमश: 2009 और 2005 से कोट लखपत जेल में कैद हैं.
सूत्रों ने बताया कि कम से कम छह कैदी सरबजीत पर हमले में शामिल रहे होंगे. अन्य कैदियों की पहचान फिलहाल नहीं हो पाई है.
हत्या के आरोप में दोषी ठहराये जाने के बाद आफताब को मौत की सजा सुनायी गयी थी. वह लूटपाट और अन्य गंभीर अपराधों में शामिल रहा है.
वहीं, एक अन्य घटनाक्रम के तहत पुलिस उप महानिरीक्षक मलिक मुबाशीर ने जेल में सभी छह आरोपियों से पूछताछ की. सूत्रों ने बताया कि छह आरोपियों को कड़ी सुरक्षा में विशेष बैरक में रखा गया है.
सूत्रों के मुताबिक मुबाशीर आज प्रांतीय और संघीय अधिकारियों को रिपोर्ट सौंपेंगे. सरबजीत की हालत पर जेल प्रशासन या पाकिस्तान स्थित पंजाब की कार्यवाहक सरकार ने कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सरबजीत गहन कोमा में हैं और उन्हें वेंटीलर पर रखा गया है.