पेशावर : पाकिस्तानी तालिबान ने पदोन्नति में खुद को नजरअंदाज किए जाने के बाद अपने पद से इस्तीफे देने वाले लेफ्टिनेंट जनरल हारुन असलम के कदम का स्वागत करते हुए कहा कि अगर उन्हें सेना प्रमुख बनाया गया होता तो कोई शांति वार्ता संभव नहीं थी. तालिबान ने कहा कि असलम के इस्तीफे के बाद वे सरकार के साथ संभावित वार्ता के बारे में एक बार फिर से सोचेंगे.
तहरीके तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने एक बयान में कहा, (प्रधानमंत्री) नवाज शरीफ ने नए सेना प्रमुख का चुनाव करते समय अपनी समझदारी का मुजाहेरा किया है.