काठमांडो: नेपाल की संविधान सभा के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के तौर पर उभरी नेपाली कांग्रेस ने गुरुवार को सरकार बनाने का दावा किया है. हालांकि इसके साथ उसने कहा कि वह संविधान निर्माण के लिए सीपीएन-यूएमएल के साथ मिलकर काम करने के लिए तैयार हैं.
प्रत्यक्ष और अनुपातिक, दोनों ही तरह की निर्वाचन प्रणालियों में सर्वाधिक सीटें हासिल करते हुए सबसे बड़ी पार्टी के रुप में नेपाली कांग्रेस (नेकां) के उभरने के बाद इसके अध्यक्ष सुशील कोइराला ने कहा कि उनकी पार्टी सरकार का नेतृत्व करेगी. हालांकि उन्होंने एक निजी टीवी चैनल से कहा कि संविधान का मसौदा तैयार करने के लिए (नेकां) इस चुनाव में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी रही सीपीएन-यूएमएल और अन्य राजनीतिक दलों से सहयोग की कोशिश करेगा.
आनुपातिक मतदान के वोटों की गिनती पूरी होने पर सुशील कोइराला नीत नेपाली कांग्रेस को कुल 93 लाख 77 हजार 519 वैध मतों में 24 लाख 21 हजार 252 वोट मिले है. इसके अलावा झालानाथ खनल के नेतृत्व वाली सीपीएन-यूएमएल 22 लाख, 43 हजार 447 वोटों के साथ दूसरे स्थान पर है. जबकि प्रचंड के नेतृत्व वाली यूसीपीएन-माओवादी 14 लाख, 38 हजार 666 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर है. प्रचंड की पार्टी 2008 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी के रुप में उभरी थी.
राजतंत्र समर्थक राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी-नेपाल को 6 लाख, 24 हजार 281 वोट मिले. वहीं, प्रत्यक्ष मतदान के तहत 240 सीटों के नतीजों में नेपाली कांग्रेस को 105 सीट, सीपीएन यूएमएल को 91 सीट, यूसीपीएन माओवादी को 26 सीट मिली है. शेष 18 सीटें मधेसी और अन्य पार्टियों को मिली हैं.