हांगकांग: बीते साल एशिया में करोड़पतियों या अमीरों की संख्या में तीन लाख का इजाफा हुआ. आज जारी विश्व संपदा रिपोर्ट में यह आंकड़ा सामने आया है. सिर्फ उत्तरी अमेरिका ही इस सूची में एशिया से आगे रहा है.यह रिपोर्ट कैपजैमिनी तथा रायल बैंक आफ कनाडा ने तैयार की है. इस ताजा सर्वेक्षण में क्षेत्र में अमीरों की संख्या में जोरदार बढ़ोतरी का उल्लेख किया गया है साथ ही बढ़ती असमानता की ओर भी इशारा किया गया है.
सर्वेक्षण में यह तथ्य सामने आया है कि 2012 में एशिया में अमीरों की संख्या 9.4 प्रतिशत बढ़कर 36.8 लाख हो गई. एक साल पहले यह आंकड़ा 33.7 लाख का था. एशियाई अमीरों की कुल संपदा 12.2 प्रतिशत बढ़कर 12,000 अरब डालर पर पहुंच गई. रिपोर्ट में अमीरों में उन लोगों को शामिल किया गया है जिनके पास कम से कम 10 लाख डालर की तरल परिसंपत्तियां हैं. इसमें चीन, जापान, आस्ट्रेलिया तथा दक्षिण कोरिया सहित 10 एशियाई देशों और क्षेत्रों को शामिल किया गया है.
सूची में एशिया को सिर्फ उत्तरी अमेरिका ने ही पीछे छोड़ा है. उत्तरी अमेरिका में 2012 में अमीरों की आबादी 11.5 प्रतिशत बढ़कर 37.3 लाख पर पहुंच गई. उनकी कुल परिसंपत्तियां 9.8 प्रतिशत बढ़कर 12,700 अरब डालर हो गईं. एशियाई अमीरों की आबादी ने यूरोप को इस मामले में सबसे पहले 2009 में पीछे छोड़ा था. 2011 में इसने उत्तरी अमेरिका को पछाड़कर शीर्ष स्थान हासिल किया था. रिपोर्ट के लेखकों की भविष्यवाणी है कि एशिया 2014 में अमीरों की सूची में फिर से शीर्ष स्थान हासिल कर सकता है.