काठमांडो/नयी दिल्ली: दोपहर में नेपाल और भारत के कई इलाकों में भूकंप के झटके महसूस किये गये. अभी कुछ देर पहले असम के कुछ इलाकोें में भूकंप के झटके महसूस किये गये.दोपहर 12 बजकर 39 मिनट में बिहार, यूपी, पं बंगाल, पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, असम और झारखंड में भी इसके झटके महसूस किये गये. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.7 मापी गयी है. भारत में अबतक मरने वालं की संख्याी 62 बतायी गयी वहीं नेपाल में 2200 से अधिक लोगों के मारे जाने की खबर है.
इस ताजा झटके के बाद बक्सर में मकान गिरने से तीन महिलाओं की मौत की खबर है. वहीं नेपाल में फंसे भारतीयों को निकालने की कोशिश की जा रही है. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप के अनुसार वहां फंसे 225 भारतीयों को C-17 विमान से दिल्ली लाया जा रहा है. कल और आज आये भूकंप ने नेपाल के अलावा भारत में भी काफी नुकसान पहुंचाया है.
काठमांडू से 80 किलोमीटर दूर कोडारी नामक जगह में भूकंप का केंद्र बताया गया है.इस बीच ऐसी खबर है कि इस ताजा झटके में यूपी में कुछ इमारतों को नुकसान पहुंचा है. बिहार के मधेपुरा में जेल की एक दीवार की गिरने की भी खबर है. रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता अब 6.9 बतायी जा रही है.इस ताजा भूकंप के झटके के बाद लोगों में डर का माहौल है.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज फिर आये भूकंप के ताजा झटकों के मद्देनजर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई है. मोदी ने आज दोपहर 3.30 मेें यह बैठक बुलाई है. बैठक में आज के ताजा भूकंप पर चर्चा की जाएगी. साथ ही भारत और नेपाल में चलाए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों के बारे मे भी जायजा लिया जाएगा. गौरतलब है कि कल भी प्रधानमंत्री मोदी ने भूकंप के बाद से उच्चस्तरीय बैठक की थी.
नेपाल में कल आये 7.9 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से आठ भारतीयों सहित करीब 2500 लोगों की मौत हो गयी. हालांकि अभी 2000 लोगों के मरने की आधिकारिक पुष्टि हुई है. ताजा जानकारी के अनुसार नेपाल में सुबह नौ बजे के करीब फिर से भूकंप के झटके महसूस किये गये. आज सुबह से करीब छह बार भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं.
तीन लाख पर्यटकों के वहां अब भी फंसे होने की आशंका है. 546 भारतीयों को वहां से सुरक्षित निकाला गया है. इस बीच कल देर रात फिर भूकंप के झटके महसूस किये गये. 72 घंटों तक भूकंप की चेतावनी जारी किये गये हैं. भारत में भी इससे तबाही हुई है. सबसे अधिक तबाही बिहार में हुई है जहां अब तक 56 लोगों के मारे जाने की खबर है.
माउंट एवरेस्ट से 17 शव निकाले गए हैं. इस बीच भूकंप के कारण आये भूस्खलन से 61 लोगों के घायल होने की खबर है. नेपाल के पीएम इंडोनेशिया से वापस नेपाल लौट रहे हैं. नेपाल में दस दिन की छुट्टी की घोषणा की गयी है.इस भूकंप से राजधानी में सदियों पुरानी धरहरा मीनार और प्रसिद्ध दरबार स्क्वेयर सहित कई प्रमुख इमारतें और मकान क्षतिग्रस्त हो गए. यह बीते 80 वर्षों का सबसे भयावह भूकंप है.
भूकंप का केंद्र काठमांडो से उत्तर पश्चिम में करीब 80 किलोमीटर दूर लामजुंग में था और बिहार तथा पश्चिम बंगाल और पूर्वी भारत के कई शहरों में भी इसका असर महसूस किया गया. चीन के साथ ही पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी भूकंप महसूस किया गया.
भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.9 आंकी गयी और इसके बाद 4.5 अथवा इससे अधिक तीव्रता के कम से कम 16 झटके महसूस किए गए.
नेपाल के वित्त मंत्री राम शरण महत कहा, ‘‘बारपक लारपक क्षेत्र में करीब एक हजार घरों में से 90 प्रतिशत मलबे के ढेर में तब्दील हो गए हैं.’’ भारतीय दूतावास के एक अधिकारी ने बताया कि शक्तिशाली भूकंप में मरने वालों में भारतीय दूतावास के एक कर्मचारी की बेटी सहित आठ भारतीय शामिल हैं.भारतीय दूतावास परिसर में एक मकान नष्ट हो गया जिसमें सीपीडब्ल्यूडी के एक कर्मचारी की बेटी की मौत हो गई.