लंदन : वैज्ञानिकों ने एक नए शोध के जरिए कैंसर मरीजों के रक्त में पाए जाने वाले 800 से ज्यादा ऐसे संकेतकों की पहचान की है, जिनकी मदद से ऐसा एकल रक्त परीक्षण विकसित किया जा सकता है, जो कैंसर की विभिन्न किस्मों की पहचान पहले ही कर सकेगा.
यह पहली बार है, जब रक्त में पाए जाने वाले कैंसर-संकेतकों की इतनी व्यापक रुप से समीक्षा की गयी है और चिकित्सीय विकास के लिए उनकी पहचान की गयी है. ‘यूके अर्ली कैंसर डिटेक्शन कंर्जोटियम’ द्वारा किए गए इस अध्ययन में 19000 वैज्ञानिक पत्रों का विश्लेषण किया गया और 800 से ज्यादा जैव संकेतकों की पहचान की गयी.
यह संघ विभिन्न संकायों की विशेषज्ञता को एक मंच पर एकजुट करता है. इनमें 20 से ज्यादा विश्वविद्यालय, अस्पताल और व्यवसायिक साझेदार शामिल हैं. इस शोध का उद्देश्य रक्त के एक नमूने के कई तरह के कैंसरों की पहचान कर सकने वाला एक परीक्षण विकसित करना है.
सभी कैंसर रक्त में कुछ विशेष प्रकार के संकेतक पैदा करते हैं. इसलिए इस बीमारी की विभिन्न किस्मों के लिए एक परीक्षण विकसित करना संभव होगा. वॉरविक विश्वविद्यालय और कवेंटरी स्थित विश्वविद्यालय अस्पताल के वैज्ञानिक प्रोफेसर आई क्री ने कहा, यह पहले ही पहचान कर लेने का एक नया तरीका है और पहली बार ऐसे व्यवस्थापूर्ण तरीके की समीक्षा की गयी है.
क्री ने कहा, रक्त के नमूने से एकल परीक्षण कैंसर की पहले ही पहचान करने की दिशा में एक अच्छा कदम साबित होगा और इससे बहुत से मरीजों के लिए इस बीमारी को उपचार योग्य बनाने में मदद मिलेगी. हमारा मानना है कि हमने सभी जरुरी जैव संकेतकों की पहचान कर ली है.
अगला कदम इस दिशा में काम करने का होगा कि कैंसर की पहचान के लिए कौन सा कारक सबसे ज्यादा कारगर रहेगा?