गाजा: इजराइल की ओर से गाजा पर की जा रही बमबारी में बुधवार को 32 और लोगों के मारे जाने की खबर है. मंगलवार को हमले में 100 लोगों की मौत हुई थी. इसके साथ ही अबतक मरने वालों की संख्या 1,262 हो गयी है. तीन सप्ताह से इजराइल और हमास के बीच चल रहा रक्तपात थम नहीं रहा है. दोनों ने संघर्ष विराम के अंतरराष्ट्रीय अपील को भी ठुकरा दिया है.
इजराइली सेना ने आज तडके गाजा में संयुक्त राष्ट्र के एक स्कूल पर गोलाबारी की जिसमें 20 लोग मारे गये. आपात सेवाओं के प्रवक्ता अशरफ अल-कुद्र ने कहा कि इजराइल और हमास के बीच संघर्ष के 23वें दिन उत्तरी गाजा में स्थित स्कूल पर इजराइल की ओर से गोलाबारी हुई. इस स्कूल का इस्तेमाल उन लोगों के आश्रय स्थल के रुप में किया जा रहा था, जो युद्ध के कारण विस्थापित हुए हैं.
गोला जबालिया शरणार्थी शिविर में फिलस्तीनी शरणार्थी एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) बालिका विद्यालय पर आकर गिरा.यह घटना सुबह साढे पांच बजे (अंतरराष्ट्रीय समयानुसार तडके ढाई बजे) तथा इलाके में इजराइली टैंकों द्वारा भारी बमबारी के कुछ घंटे बाद हुई. गोलाबारी ऐसे समय हुई जब फलस्तीनी प्रतिनिधिमंडल अस्थायी मानवीय युद्धविराम पर चर्चा करने के लिए काहिरा की यात्रा की तैयारी में लगा था.
इजराइल और हमास को युद्धविराम एवं समझौता करने के लिए मनाने के अब तक के अंतरराष्ट्रीय प्रयास विफल ही रहे हैं. मंगलवार को दस इजराइली सैनिक मारे गए थे जिनमें से पांच गाजा से सीमा पार की सुरंग के जरिए इजराइल में दाखिल होने के आतंकियों के प्रयास में मारे गए. बीती 8 जुलाई से शुरु हुए अभियान प्रोटेक्टिव एज के बाद से अब तक मरने वाले इजराइली सैनिकों की संख्या 53 हो गई है.
तीन इस्राइली नागरिक भी मारे जा चुके हैं. इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इसे ‘एक मुश्किल और दर्दनाक दिन बताया है.’ इजराइल के लिए जीवन को मृत्यु के संकट में घिरा देखना ‘अस्वीकार्य’ बताते हुए नेतन्याहू ने नागरिकों को एक ‘लंबे’ युद्ध के लिए तैयार रहने की बात करते हुए कहा कि सेना गाजा में अभियान तब तक खत्म नहीं करेगी, जब तक वह उन सुरंगों को नष्ट नहीं कर देते, जिनका इस्तेमाल हमास गाजा से बाहर नागरिकों पर हमले बोलने के लिए करता है.
गाजा पर कल इजराइल द्वारा की गई भारी बमबारी के कारण इस क्षेत्र की ईद रक्तरंजित रही. बमबारी में 100 लोगों की मौत हो गई. संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, छह साल में इस रक्तरंजित संघर्ष में इजराइल की हवाई, नौसैन्य और तोपखाने के हमलों में 1,262 फिलस्तीनी मारे गए हैं. मारे गए लोगों में अधिकतर लोग नागरिक हैं. घायलों की संख्या 7000 से ज्यादा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि इस युद्ध के कारण गाजा के 2,15,000 निवासियों को अपना घर छोडकर जाना पडा.