फिलाडेल्फिया : पाकिस्तान में लड़कियों की शिक्षा की वकालत करने के कारण में तालिबानी हमले की शिकार हुई मलाला यूसुफजई को फिलाडेल्फिया के नेशनल कांस्टीट्यूशन सेन्टर में लिबर्टी मेडल दिया गया.
मलाला सिर्फ 15 साल की थी जब अक्तूबर 2012 में पाकिस्तान के मिनगोरा क्षेत्र में स्कूल से वापस लौटने के दौरान तालिबान ने उसके सिर में गोली मार दी थी. उसने लड़कियों के लिए शिक्षा की वकालत करते हुए बीबीसी के लिए एक लेख लिखा था तालिबानी शासन में जीवन उसी से नाराज होकर इस चरमपंथी मुस्लिम समूह ने उसपर हमला किया.
सत्रह साल की मलाला ने कल कहा, लिबर्टी मेडल पाना मेरे लिए गौरव की बात है. उसने कहा, दुनिया में शिक्षा पाने के लिए संघर्ष कर रहे सभी बच्चों की ओर से मैं यह सम्मान ग्रहण करती हूं. यह पुरस्कार 1989 से प्रतिवर्ष दिया जाता है.