वाशिंगटन : एक शीर्ष अमेरिकी सांसद ने कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास देश की अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने ही नहीं अपितु भारत और अमेरिका के संबंधों में नया जोश भरने का भी ‘‘एक मौका’’ है.
सांसद एड रॉयस ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री मोदी की ऐतिहासिक जीत ने उन्हें ऐसा जनादेश दिया है जो दशकों में देखा नहीं गया. यदि मोदी सफल होते हैं तो गुजरात की तरह अधिक भारतीयों को अपनी आर्थिक प्रतिभा एवं क्षमता दिखाने का मौका मिलेगा.’’ रॉयस ने इंडिया वेस्ट समाचार पत्र में लिखा कि मोदी को मिला जनादेश भारत का आर्थिक स्तर पर विकास करने और अनगिनत लोगों को गरीबी से निजात दिलाने में मदद करेगा.
उन्होंने मोदी के विकास के गुजरात मॉडल की प्रशंसा की. रॉयस ने कहा, ‘‘मोदी का प्रधानमंत्री के रुप में ऐसे समय पर चुनाव हुआ है जब भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार हो सकता है. एक समय भारत की जीडीपी विकास दर करीब 10 प्रतिशत थी जो अब प्रतिवर्ष पांच प्रतिशत से भी कम है. उत्पादन और बुनियादी ढांचों संबंधी समस्याओं के कारण महंगाई भी बढी है. कंपनियां विकास नहीं कर पा रहीं.’’
उन्होंने उम्मीद जताई कि मोदी निजी उपक्रमों पर ध्यान केंद्रित करेंगे, नौकरशाही को कम करेंगे और बडे साझीदारों के साथ मजबूत व्यापारिक संबंध बनाएंगे. रॉयस ने कहा, ‘‘ महत्वपूर्ण बात यह है कि मोदी ने अपने प्रधानमंत्री कार्यकाल के पहले दिन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से मुलाकात की. इससे इस बात को बल मिला है कि दोनों पक्ष व्यापारिक संबंधों को तत्काल आगे बढा सकते हैं.’’