बीजिंग:चीन की सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को कहा कि भारत के निर्वाचित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार के दौरान राष्ट्रवादी मुद्रा अपनाने के बावजूद चीन और पाकिस्तान के प्रति अधिक ‘व्यावहारिक’ नीतियों का पालन करेंगे.
सरकारी दैनिक ‘ग्लोबल टाइम्स’ में प्रकाशित एक लेख में कहा गया, ‘कई मुद्दों पर मोदी के सख्त शब्दाडंबर के मद्देनजर जहां चिताएं सही हैं, वहीं भारत का राजनैतिक परिदृश्य इस बात का संकेत देता है कि नये प्रधानमंत्री राष्ट्रवाद की जगह व्यावहारिकता पर कायम रहेंगे.’ दैनिक ने विगत कुछ दिनों में आधिकारिक चीनी थिंक टैंक के कई लेख प्रकाशित किये, जिसमें मोदी के शासनकाल में चीन-भारत संबंधों के भविष्य के प्रति सकारात्मक नजरिया पेश किया गया.
यह संभावना गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर मोदी के कार्यकाल के दौरान चीन के साथ उनके करीबी संबंधों के मद्देनजर जतायी गयी है. भारत में चीन की ओर से जो निवेश हुए उसमें से सर्वाधिक गुजरात ने ही आकृष्ट किया है. चीन की आर्थिक सफलता की कहानी का अध्ययन करने के साथ-साथ गुजरात में चीनी निवेश को आकर्षित करने के लिए मोदी ने मुख्यमंत्री के तौर पर चार बार चीन की यात्र की थी. ग्लोबल टाइम्स ने अपने लेख में कहा है, ‘पाकिस्तान और चीन के प्रति उनके संभावित नीतिगत विकल्पों को लें. निकट भविष्य में कश्मीर मुद्दे का समाधान संभव नहीं है. लेकिन धीमी गति से दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंध स्थापित होने के साथ भारत का रख पाकिस्तान के प्रति बदल सकता है.’