रांची: 2009 के लोकसभा चुनाव में झारखंड की छह सीटों पर 30 प्रतिशत से कम वोट पानेवाले जीते थे. राजमहल, गोड्डा, चतरा, कोडरमा, लोहरदगा और पलामू संसदीय सीटों पर 30 प्रतिशत से कम मत पानेवाले उम्मीदवार निर्वाचित हुए थे.
इन छह सीटों में से भाजपा को तीन, झाविमो और झामुमो को एक-एक और एक निर्दलीय प्रत्याशी को जीत मिली थी. पिछले चुनाव में राजमहल से भाजपा के देवीधन बेसरा, गोड्डा से भाजपा के निशिकांत दुबे, चतरा से निर्दलीय के रूप में इंदर सिंह नामधारी, पलामू से झामुमो के कामेश्वर बैठा, कोडरमा से झाविमो प्रमुख बाबूलाल मरांडी और लोहरदगा से भाजपा के सुदर्शन भगत ने चुनाव जीता था.
निर्वाचन आयोग के आंकड़ों के अनुसार राजमहल में 26.12 प्रतिशत, गोड्डा में 23.76 प्रतिशत, चतरा में 22.86 फीसदी, कोडरमा में 25.5 फीसदी, लोहरदगा में 27.6 प्रतिशत और पलामू में 25.80 फीसदी मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था. जबकि इन सभी लोकसभा निर्वाचन क्षेत्रों में वोटरों की संख्या कुल मतों से काफी अधिक है. देश भर में 29 प्रत्याशी ऐसे थे, जो कम वोट पाने के बाद भी सांसद बने थे. इसमें उत्तरप्रदेश के 14, बिहार के पांच, झारखंड के छह, मध्यप्रदेश के दो, हरियाणा और जम्मू-कश्मीर के एक-एक प्रत्याशी शामिल हैं.