भाग मिल्खा भाग और रांझणा के बाद अब सोनम कपूर थोड़ी बेवकूफियां करने की तैयारी में जुटी हैं. पेश है अनुप्रिया अनंत और उर्मिला कोरी से हुई बातचीत के मुख्य अंश.
आपको नहीं लगता कि रांझणा और भाग मिल्खा भाग जैसी फिल्में करने के बाद बेवकूफियां करना बेवकूफी है?
नहीं, मुङो ऐसा बिलकुल नहीं लगता क्योंकि मैं किसी इमेज में बंधना नहीं चाहती. अभिनय का मतलब केवल सीरियस रोल करना ही नहीं है. मुङो हल्के-फुल्के फिल्म करने में भी मजा आता है. बेवकूफियां में लव स्टोरी है और मुङो लव स्टोरीज करने में मजा आता है.
यशराज के साथ यह आपकी पहली फिल्म है. बॉलीवुड की हर अभिनेत्री चाहती है कि वह इस बैनर के साथ काम करे. इस बारे में आपकी क्या सोच है ?
मैं आदित्य चोपड़ा की किसी फिल्म में जरूर काम करना चाहूंगी, जिसे वह निर्देशित करें. वरना, एज अ प्रोडक्शन हाउस ऐसा कुछ सपना नहीं था. जब आप किसी प्रोडक्शन के साथ काम कर रहे होते हैं और उसे काफी सालों से जानते हैं, तो आप इस बारे में ज्यादा नहीं सोचते. मेरे पापा ने इस प्रोडक्शन हाउस में काफी फिल्में की हैं, तो मुङो कुछ अनोखा नहीं लगता. मुङो अच्छे फिल्म मेकर के साथ काम करना है.
बेवकूफियां की कौन सी बातें आपको अच्छी लगीं, जिसने आपको हां कहने के लिए राजी किया ?
मेरे पास दो साल पहले यह स्क्रिप्ट आयी थी. उस वक्त रिसेशन का दौर था. कंपनियां बंद हो रही थीं. लोग जॉब से निकाले जा रहे थे. मेरे कई दोस्त इस रिसेशन के भुक्तभोगी थे. उस वक्त मुङो यह स्क्रिप्ट मिली, तो मुङो लगा कि ऐसी कहानी को हां कहना चाहिए. हबीब फैजल, जो फिल्म के लेखक हैं, उनकी फिल्मों में रियल लाइफ का काफी रिफ्लेक्शन होता है. स्मॉल टाउन, इशकजादे या फिर दो दूनी चार में ऐसे विषय देखे जा सकते हैं. इस फिल्म में भी उन्होंने वैसी ही रियलिटी देने की कोशिश की है और यही बात मुङो काफी अच्छी लगी. यह फिल्म मिडिल क्लास परिवार की फिल्म है.
फिल्म के बारे में थोड़ा विस्तार से बताएं ?
फिल्म एक लव स्टोरी है, जो दो आम लोगों की कहानी है. लेकिन यह ऐसी लव स्टोरी है, जो रिसेशन की वजह से पनपती है. जब ब्वॉयफ्रेंड की जॉब चली जाती है और फादर रिटायर्ड हो जाते हैं, तब वह लड़की क्या करती है? पैसे नहीं रहने पर भी दोनों में प्यार बरकरार रहता है या नहीं?
मुङो कहानी का यह एंगल बहुत पसंद आया था. यह रियलिटी से बहुत रिलेटेबल है. आजकल लड़कियां अपने ब्वॉयफ्रेंड से ज्यादा मेहनती हैं, वर्किग हैं. यह बात मुङो अच्छी लगी. फिल्म में काफी फन सीन हैं. मुङो लगा कि रांझणा के बाद कोई फन फिल्म करनी चाहिए, थोड़ा चेंज तो होना ही चाहिए.
आपको लगता है कि पैसा जिंदगी में बहुत अहम होता है और प्रेम से बढ़ कर पैसा हो जाता है ?
मेरी मम्मी हमेशा कहती हैं कि आपके पास जब ज्यादा पैसे होते हैं, तो पैसों के बारे में नहीं सोचते, लेकिन जब नहीं होंगे तब आप इसके बारे में सोचते हैं. मां की बात सही तो लगती है, लेकिन थैंक गॉड ऐसी नौबत नहीं आयी है. हां, यह सच है कि कई बार लोग प्रेम से बढ़ कर पैसे को आंकने लगते हैं और पैसा प्रेम से ऊपर हो जाता है.
कई बार लोग शादी का आधार पैसे को ही मान लेते हैं. लोग ऐसा मानते हैं कि लड़के-लड़की में प्यार होना कोई मायने नहीं रखता है, अगर लड़का कुछ नहीं कर रहा है, तो वह लड़की के लिए सही नहीं है. इस बारे में आपकी क्या राय है ?
मेरा मानना है कि शादी लड़के की पढ़ाई और उसका लड़की के लिए प्रेम देख कर करनी चाहिए. ये नहीं कि वह लड़का मेरी बेटी को पाल पायेगा या नहीं. अरे! लड़की खुद कमाये. खुद नौकरी करे. अगर लड़का अच्छा है और उससे तुम प्यार करती हो, तो करो न शादी. इसलिए नहीं कि उसके पास पैसे हैं कि नहीं. पेरेंट्स को भी ऐसा सोचना नहीं चाहिए.
मैं किसी से इसलिए शादी नहीं करूंगी कि वह मेरी देखभाल करे. मैं उसी से शादी करूंगी, जिसके साथ मुङो अपना जीवन बिताना है, न कि जो मेरा ध्यान रखनेवाला हो. शादी को लेकर यह लोगों की गलत सोच है. मेरा मानना है कि पति-पत्नी दोनों को काम करना चाहिए. भारत में जहां काम की बहुत ऑपरच्यूनिटी है, वहां दोनों को काम करना चाहिए. आप घर पर भी काम कर सकते हैं. यह हमारे कल्चर में होना चाहिए.
आपने फिल्म में बिकनी पहनी है और इस बात को लेकर काफी चर्चा है ?
यह सब फिजूल के चर्चे होते हैं. मैं इन पर ध्यान नहीं देती. फिल्म की स्क्रिप्ट में इसकी जरूरत थी, इसलिए ऐसा दिखाया जा रहा है. लेकिन मेरा फिगर बिकनीवाला नहीं है. यह फिल्म का हिस्सा था. इसमें चर्चा बनने जैसी कोई बात नहीं थी.
दिल्ली के किरदार आपको लगातार मिलते रहते हैं. इसकी कोई खास वजह ?
मैं शायद नॉर्थ इंडियन जैसी दिखती हूं. वहां की जिंदगी से वाकिफ हूं और वहां के लोगों की तरह मुङो पढ़ना बहुत पसंद है. मैं किताबें बहुत पढ़ती हूं. आजकल मैं देवदत्त पटनायक की किताबें बहुत पढ़ रही हूं. सीता और उनकी कई माइथोलोजिकल किताबें पढ़ना मुङो अच्छा लगता है. आपकी आनेवाली फिल्में खूबसूरत की रीमेक फिल्म कर रही हूं. मजा आ रहा है.