मोरचा का सोमवार से सरकारी दफ्तरों में काम रोको आंदोलन
दार्जिलिंग : गोरखा जनमुक्ति मोरचा (गोजमुमो) ने रविवार से जीटीए क्षेत्र में प्रस्तावित बेमियादी बंद वापस ले लिया है. हालांकि मोरचा ने सोमवार से गोरखा टेरिटोरियल एडमिनिस्ट्रेशन (जीटीए) क्षेत्र में सरकारी दफ्तरों में काम रोको आंदोलन का एलान किया है.
यही नहीं, गोजमुमो महासचिव रोशन गिरि ने कहा है कि बंद की जगह अब मोरचा नेता आमरण अनशन पर बैठेंगे. गोजमुमो सभासद चंद्र योंजन की गिरफ्तारी के विरोध में पार्टी की ओर से बेमियादी बंद का एलान किया गया था.
शनिवार को गोजमुमो की बैठक में बंद वापस लेने का फैसला लिया गया. दो जून को प्रस्तावित त्रिपक्षीय बैठक, सोमवार को माध्यमिक का रिजल्ट आने और पहाड़ में पर्यटकों की भारी भीड़ को देखते हुए पार्टी ने फैसला लिया है. गौरतलब है कि तृणमूल कांग्रेस के एक नेता पर हमला पहाड़ में अशांति का कारण बन गया है.
तृणमूल नेता खुश नारायण सुब्बा का घर जला दिया गया था. इस सिलसिले में 12 लोग गिरफ्तार किये गये, जिनमें पांच को निजी मुचलके पर छोड़ दिया गया. गोजमुमो ने पुलिस कार्रवाई को दमनात्मक कदम बताया है. बंद की घोषणा से पर्यटकों का हिल्स से पलायन शुरू हो गया.
शनिवार सुबह स्थानीय मोटर स्टैंड के पास सिलीगुड़ी जाने के लिए पर्यटकों की भारी भीड़ देखी गयी. टैक्सियां कम पड़ गयीं.
मालदा से दाजिर्लिंग घूमने आये श्यामल सेन व उनके परिवार से पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अब वे लोग भूल कर भी दाजिर्लिंग घूमने के लिए नहीं आयेंगे, क्योंकि यहां आने के बाद से ही यहां का राजनीतिक माहौल अचानक बदल गया है. लोग दहशत में हैं. वे लोग काफी मुश्किल से पैसा जमा कर यहां आये थे. लेकिन अभी घूमना खत्म नहीं हुआ कि खबर मिली कि रविवार से बेमियादी बंद होने जा रहा है. वे लोग यहां से लौट रहे हैं.
कोलकाता से आये एक पर्यटक अभिजीत ने बताया कि इसके पहले भी वह घूमने के लिए आये थे, उस समय भी बंद की घोषणा सुन कर वह लौट गये थे. अभी दो दिन भी नहीं हुए उनके आये, फिर से बंद की घोषणा से वे काफी आतंकित है.
आज ही वह लौट रहे हैं. वाहन कम होने से टैक्सी वाले मनमर्जी किराया वसूल रहे हैं. प्रति व्यक्ति 300 रुपये की मांग की जा रही है. इससे आये हुए पर्यटकों को काफी परेशानी हो रही है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया है कि परिस्थितियों पर नजर रखी जा रही है. जो टैक्सी चालक अधिक किराया वसूल रहे हैं, उनके खिलाफ कदम उठाया जायेगा.
पिछले 10 दिनों में प्रतिदिन 20 हजार से ज्यादा पर्यटक पहाड़ में आ रहे थे. सभी होटल बुक हो गये थे. लेकिन बंद की घोषणा के साथ ही लोग आतंकित होकर पलायन कर रहे हैं. बंद के वापस लेने के बाद पर्यटकों ने राहत की सांस ली है. लेकिन बड़ी संख्या में पर्यटक दाजिर्लिंग से सिलीगुड़ी आ गये हैं.