रांची/ओरमांझी : बीआइटी ओपी क्षेत्र के केदल गांव में जमीन विवाद को लेकर ईश्वर प्रसाद उर्फ विनय सिंह व उनके परिवार ने अजीमुद्दीन अंसारी के परिवार की महिला समेत सात लोगों को फरसा व लाठी-डंडा से मार कर जख्मी कर दिया. घायलों में पांच की स्थिति गंभीर बनी हुई है. सभी को रिम्स में भरती कराया गया है.
घायलों में अख्तर अंसारी, मुमताज अंसारी, तजमुल अंसारी, सादिक हुसैन, मसीरन निशा, फिरोजा खातून व सजदा खातून शामिल हैं. मारपीट के बाद कुछ देर के लिए उन्हें बंधक भी बना लिया गया था. घटना को लेकर घायलों के समर्थन में ग्रामीणों ने रविवार को बीआइटी ओपी का करीब दो घंटे तक घेराव किया.
बाद में पूर्व मुखिया मनेस महतो व थाना प्रभारी के समझाने पर लोग माने. इस संबंध में ईश्वर प्रसाद, उनकी पत्नी, भाई जयंत सिंह, उनकी पत्नी, सोनू सिंह, सुशांत सिंह व मनीष कुमार के खिलाफ बीआइटी ओपी में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है.
मारपीट कर घायलों को कमरे में किया बंद
घायल मुमताज के अनुसार घटना रविवार की सुबह लगभग सात बजे की है. उसने बताया कि गेतलातू निवासी विनय सिंह ने तीन साल पहले उसके पिता अजिमुद्दीन अंसारी से एक जमीन ली थी और बदले में केदल में एक जमीन देने की बात कही थी. विनय सिंह ने जो जमीन दी, उस जमीन को उन्होंने पहले से ही बेच दिया था. इसकी जानकारी दाखिल खारिज के समय हुई. मुमताज के अनुसार जब धोखाधड़ी के संबंध में उनसे कहा गया, तो वे टाल-मटोल करने लगे. बाद में गांव में पंचायत बैठी, जिसमें विनय सिंह को जमीन के बदले तीन लाख रुपये देने को कहा गया.
लेकिन, वह तीन लाख रुपये देने से मुकर गये और दो लाख रुपये देने को तैयार हुए. मुमताज के पिता अजिमुद्दीन अंसारी रुपये लेने हमेशा उनके घर जाते थे. इसी क्रम में कुएं में डूबने से उनकी मौत हो गयी. मुमताज ने बताया कि बाद हमलोगों ने विनय सिंह से रुपये की मांग की. रविवार को विनय सिंह ने पूरे परिवार को हस्ताक्षर करने के बाद रुपये देने की बात कह कर अपना घर बुलाया.
जब हमलोग परिवार के साथ वहां पहुंचे, तो उनके साथ उनका पूरा परिवार उलझ गया. हमलोगों पर फरसा व लाठी-डंडे से हमला कर दिया और हमें एक कमरे में बंद कर दिया. बाद में पूर्व मुखिया मनेस महतो व गांववालों की पहल पर हमें छुड़ाया गया. इधर, इस घटना के बाद सभी आरोपी फरार हैं.