बीजिंग: चीन ने जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर में हिंसा में वृद्धि तथा ‘‘बढ़ते गुस्से’ को लेकर आज चिंता जाहिर की तथा भारत और पाकिस्तान से अपने मतभेद बातचीत के जरिये हल करने और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया. ज्ञात हो कि चीनी राजनायिक यंग जेची ने भारत की एनएसजी सदस्यता और मौलाना अजहर मसूद के प्रतिबंध के मुद्दे को लेकर चीनी राष्ट्रपति को चिट्ठी लिखी है. पत्र में कहा गया है कि अगर चीन भारत के खिलाफ नरम रवैया नहीं अपनाता है तो उस भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है. खासतौर से चीनी स्मार्टफोन कंपनियों की निर्माण व बिक्री प्रभावित हो सकती है. वहीं चीनी राजदूत ने चीन -पाकिस्तन कॉरीडोर का जिक्र किया है.
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उरी हमले को लेकर चिंतित हुआ चीन, व्यापार डूबने की आशंका
बीजिंग: चीन ने जम्मू कश्मीर के उरी में हुए आतंकी हमले के बाद कश्मीर में हिंसा में वृद्धि तथा ‘‘बढ़ते गुस्से’ को लेकर आज चिंता जाहिर की तथा भारत और पाकिस्तान से अपने मतभेद बातचीत के जरिये हल करने और आतंकवाद के खिलाफ सहयोग बढ़ाने का आह्वान किया. ज्ञात हो कि चीनी राजनायिक यंग जेची […]
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ल्यू कांग ने उरी में सेना के एक शिविर पर कल हुए आतंकी हमले पर हैरत जाहिर करते हुए कहा ‘‘हम प्रभावित परिवारों और घायलों के प्रति सहानुभूति एवं संवेदना व्यक्त करते हैं.’ उन्होंने संवाददाताओं से कहा ‘‘हमने सामयिक खबरें देखी हैं. इस हमले से हम हतप्रभ हैं.’ संवाददाताओं ने उनसे भारत के इस आरोप के बारे में पूछा था कि हमले में पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह जैश-ए-मुहम्मद संलिप्त है.
ल्यू कांग ने कहा ‘‘चीन हर तरह के आतंकवाद का विरोध करता है और उसकी कड़े शब्दों में निंदा करता है. हम कश्मीर के हालात को लेकर बढते गुस्से के बारे में चिंतित हैं.’ उन्होंने कहा ‘‘हमें उम्मीद है कि संबद्ध पक्ष अपने मतभेद दूर करने के लिए बातचीत और विचार विमर्श करेंगे तथा आतंकवाद से निपटने के लिए सहयोग बढाएंगे. केवल इस तरीके से ही वह अपने क्षेत्र में शांति और सुरक्षा स्थापित कर सकते हैं.’यह पूछे जाने पर कि चीन ,हिंसा में वृद्धि का 46 अरब डॉलर की चीन पाकिस्तान आर्थिक गलियारा परियोजना पर असर किस तरह देखता है, ल्यू ने कहा ‘‘इस गलियारे का निर्माण क्षेत्रीय देशों के विकास को आगे बढ़ाने के लिए किया जा रहा है.
इस गलियारे से निर्बाध कामकाज सुनिश्चित करने के लिए सभी संबद्ध पक्षों के ठोस प्रयासों की जरूरत है.’ ल्यू ने कहा ‘‘साथ ही मैं इस बात पर भी जोर देना चाहूंगा कि हाल ही में इस क्षेत्र में, खास कर कश्मीर में तनाव में कुछ वृद्धि हुई है.’ उन्होंने कहा ‘‘हमें उम्मीद है कि सभी संबद्ध पक्ष मिल कर काम कर सकते हैं और शांतिपूर्ण बातचीत के जरिये इन मतभेदों को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध रहें तथा क्षेत्र में शांति और स्थिरता संयुक्त रूप से बनाए रखें. यह अंतिम विश्लेषण लाभकारी होगा और चीन, भारत, पाकिस्तान तथा सभी क्षेत्रीय देशों के लिए फायदेमंद होगा.
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