रियो डि जिनेरियो : पिछले एक साल से डोपिंग के चलते शर्मिंदगी झेल रहे ट्रैक और फील्ड की स्पर्धा कल ओलंपिक में शुरु होगी जिसके जरिये खेल के पुनरोत्थान की आस में सभी की नजरें इतिहास रचने की दहलीज पर खडे उसेन बोल्ट पर टिकी होंगी. दस दिवसीय एथलेटिक्स स्पर्धा कल से यहां ओलंपिक स्टेडियम में शुरु होगी जिसमें मकसद पिछले 12 महीने से चले आ रहे विवादों को भुलाना भी होगा. ट्रैक और फील्ड के महानतम ‘शो मैन’ खेल की खोई साख लौटाना चाहेंगे जो रुसी डोपिंग स्कैंडल और भ्रष्टाचार के आरोपों के चलते प्रभावित हुई है.
अपना आखिरी ओलंपिक खेल रहे जमैका के स्टार एथलीट बोल्ट 100 मीटर, 200 मीटर और चार गुणा 100 मीटर रिले में स्वर्ण जीतने की फिराक में होंगे. उन्होंने 2008 और 2012 में सारे खिताब जीते थे. उनका पहले चरण का मुकाबला शनिवार को 100 मीटर हीट के साथ शुरु होगा. बीजिंग विश्व चैम्पियनशिप की तरह की इस बार भी उनका सामना जस्टिन गाटलिन से होगा. बोल्ट के नाम 100 मीटर का 9 . 58 सेकंड का विश्व रिकार्ड है लेकिन इस सत्र में गाटलिन ने सबसे तेज समय निकाला.
एथलेटिक्स में 141 पदक दाव पर लगे होंगे जिनमें से 47 स्वर्ण पदकों का फैसला कल होगा. महिलाओं की 10000 मीटर दौड़ में इथियोपिया की गत चैम्पियन तिरुनेश दिबाबा एथलेटिक्स की व्यक्तिगत स्पर्धा में लगातार तीन बार पदक जीतने वाली पहली महिला होने का रिकार्ड बनाना चाहेंगी. जमैका की शैली अन फ्रेसर प्राइस भी महिलाओं की 100 मीटर दौड में ओलंपिक स्वर्ण की हैट्रिक बनाना चाहेंगी. नीदरलैंड की डाफने शिपर्स भी 200 मीटर में पदक की दौड में होंगी. ब्रिटेन के मो फाराह 10000 मीटर का खिताब बरकरार रखना चाहेंगे जबकि हेप्टाथलन में जेसिका एनिस को ब्रायने थिएसेन इटोन से कडी चुनौती मिलेगी.