कोलंबो: श्रीलंका में 25 साल में हुई सबसे मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 63 लोग मारे गए हैं और 134 अन्य लापता हैं. इस प्राकृतिक आपदा के चलते देश की राजधानी में दो लाख से अधिक लोगों को अपना घर खाली करने को बाध्य होना पडा है.प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे […]
कोलंबो: श्रीलंका में 25 साल में हुई सबसे मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ और भूस्खलन में कम से कम 63 लोग मारे गए हैं और 134 अन्य लापता हैं. इस प्राकृतिक आपदा के चलते देश की राजधानी में दो लाख से अधिक लोगों को अपना घर खाली करने को बाध्य होना पडा है.प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने एक चेतावनी जारी कर कोलंबो में निचले इलाके में रह रहे लोगों को वहां से निकलने की अपील की है.
पिछले सप्ताहांत से शुरू हुई भारी बारिश के चलते कई जगहों पर भूस्खलन हुआ है. विक्रमसिंघे ने कहा, ‘‘ हम यह सुनिश्चित करेंगे कि उन इलाकों में सेना के जवान तैनात किए जाएं जिससे लोगों का जीवन बचाने के लिए उन्हें वहां से सुरक्षित निकाला जा सके.’ इस बीच, कल की तेज बारिश के चलते बचाव अभियान को थोडी देर रोके जाने के बाद दक्षिणपश्चिम श्रीलंका के अरानायके और बुलाथकोहुपिटिया में तलाश और बचाव अभियान जारी है. देश के दक्षिणपश्चिम इलाकों में बाढग्रस्त क्षेत्र में सहायता पहुंचाने के लिए सैकडों की तादाद में नावें उतारी गई हैं.
अधिकारियों ने कहा, ‘‘ दक्षिणपश्चिम क्षेत्र में कम से कम 63 लोग मारे गए हैं, जबकि 134 अन्य लापता हैं. तीन लाख से अधिक लोग राहत शिविरों में पडे हैं और 350 से अधिक मकान पूरी तरह से बर्बाद हो गए हैं.’राजधानी में बाढ से जुड़ी घटनाओं में तीन लोग मारे गए हैं. केलनी नदी में जलस्तर खतरनाक ढंग से बढ रहा है जिससे राजधानी के उत्तरी निचले इलाकों में खतरा पैदा हो गया है. देश में कई जलाशयों में पानी लबालब भरा है और बांध को टूटने से बचाने के लिए द्वार खुले रखे गए हैं.
भारी बारिश और तेज हवाओं से पिछले तीन दिनों से उत्तरी प्रांत प्रभावित है. किलिनोचची जिले में 373.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है. राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से मदद और राहत कार्यों के लिए आगे आने की अपील की है.सिरिसेना ने टेलीविजन पर प्रसारित एक संदेश में कहा, ‘‘ हमें अंतरराष्ट्रीय समुदाय में अपने मित्रों से पहले ही कुछ सहायता मिल चुकी है.’ राष्ट्रपति की मदद की अपील पर इंग्लैंड के दौरे पर गई श्रीलंकाई क्रिकेट टीम ने बाढ पीडितों के लिए 7,000 डालर दान की घोषणा की. भारत ने भी नौसेना के दो जहाज राहत सामग्री के साथ श्रीलंका रवाना किए हैं.