
शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने जांच के आदेश दिए हैं
झारखंड में कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालय में पढ़ने वाली एक नाबालिग छात्रा के कथित गर्भपात कराने के मामले में दो महिला वार्डन गिरफ़्तार की गई हैं और शिक्षा मंत्री ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं.
झारखंड में चलने वाले कस्तूरबा आवासीय बालिका विद्यालयों में छठी से बारहंवी तक की लड़कियों के लिए मुफ्त शिक्षा का प्रावधान है. इन स्कूलों में दूरदराज गांवों की लड़कियों का दाखिला होता है. सरकार उन्हें कपड़े तथा किताबें भी उपलब्ध कराती है.
यह घटना गोड्डा के बालिका आवासीय विद्यालय की है. गोड्डा के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार ने बताया है कि स्कूल की दोनों वार्डन को गिरफ्तार कर लिया गया है.
संजीव कुमार ने बीबीसी को बताया कि लड़की के बयान पर मामला दर्ज किया गया है.
गोड्डा के एसपी ने कहा है कि पीड़िता की मेडिकल जांच कराई गई है जिससे गर्भपात की पुष्टि हुई है.
राज्य की शिक्षा मंत्री डॉ नीरा यादव ने इस मामले में जांच के आदेश दिए हैं.
उन्होंने बताया है कि झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक की अगुआई में एक जांच टीम गोड्डा भेजी गई है. इसके साथ ही गोड्डा के उपायुक्त से भी अलग से रिपोर्ट तलब की गई है.
उनका कहना है कि यह घटना बेहद संवेदनशील है, लिहाजा सरकार सख्त कार्रवाई करेगी, तथा पीड़िता की हर संभव मदद की जाएगी. मंत्री ने बताया है कि उन्होंने शिक्षा सचिव से कस्तूरबा स्कूलों में सीसीटीवी कैमरे लगाने को भी कहा है.
अधिकारियों के अनुसार गर्भपात कराए जाने की वजह से छात्रा की मनःस्थिति ठीक नहीं है और वो कमजोर महसूस कर रही हैं.
बाल कल्याण कमेटी से उनकी काउंसिलिंग कराई गई है. लड़की के माता-पिता से भी पूछताछ की गई है और फिलहाल लड़की को उसके घर भेजा गया था.
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