भारत भले वर्ल्ड कप टी-20 से बाहर हो गया हो लेकिन पूरे टूर्नामेंट में टीम इंडिया का प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है.
ये भी जरूर कहना होगा कि गुरुवार को वर्ल्ड कप टी-20 के दूसरे सेमीफाइनल ने भारत से अच्छी टीम जीती है.
मैच के आधे हिस्से तक भारत की बल्लेबाजी से ऐसा लग रहा था कि टीम इंडिया जरूर जीतेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ, क्योंकि ऐसा लग रहा था कि वेस्टइंडीज की टीम सिर पर कफ़न बांध के आई हो.
पूरे मैच के दौरान काफी रोमांच देखने को मिला. भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली की बल्लेबाजी और वेस्टइंडीज के लेंडल सिमंस को नो बॉल पर जो दो मौके मिले दोनों मैच के लिए अहम रहे.
भारतीय क्रिकेट टीम से कुछ गलतियां जरूर हुईं. खासकर वे दो नो बॉल जिन पर कैच लिए जा सकते थे, और दोनों ही बार सिमंस को जीवनदान मिला.
मैच का रुख यहीं से बदल गया और वेस्टइंडीज के पक्ष में चला गया.
तो दूसरी ओर वेस्टइंडीज को मैच जीतने का पूरा श्रेय जाता है. मैच का कुल स्कोर काफी बड़ा था. वेस्टइंडीज की टीम ने इसका बेहद सूझबूझ और उत्साह के साथ पीछा किया.
यदि ये कहा जाए कि मैच में दोनों ही टीमें काफी दबाव में थीं तो ग़लत नहीं होगा.
वेस्टइंडीज को विराट कोहली को दो बॉल में तीन बार रन आउट करने के मौके मिले लेकिन उन्हें आउट नहीं कर पाई.
भारत ने दो कैच ज़रूर लिए पर दोनों ही बार नो बॉल रहा.
दूसरी ओर फिल्डिंग टीम पर भी काफी दबाव रहा क्योंकि जानकारों के मुताबिक ये पिच बल्लेबाजों के लिए सही नहीं थी.
मैच में सफलता हासिल करने का अधिक दारोमदार गेंदबाजों और फिल्डरों पर था.
वेस्टइंडीज के मैच जीतने में सबसे अहम योगदान उनके बल्लेबाज लेंडल सिमंस, जॉनसन और रसेल की बल्लेबाजी का रहा.
अंत में ये कहा जा सकता है कि टॉस हार जाना भारत की हार का बहुत बड़ा कारण बन गया.
इससे पहले वानखेड़े स्टेडियम में इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 229 रनों की चुनौती स्वीकार की थी.
इस विकेट पर रन बनाने की काफी संभावनाएं थीं. यहां अच्छी गेंदबाजी करने वाली टीम के जीतने की संभावना अधिक थी, जो कि कल के मैच में भारत के गेंदबाज नहीं कर पाए.
अंत में क्रिकेट की जीत हुई है क्योंकि ये मैच बहुत ही शानदार और प्रतिस्पर्धात्मक रहा.
(बीबीसी हिन्दी के एंड्रॉएड ऐप के लिए यहां क्लिक करें. आप हमें फ़ेसबुक और ट्विटर पर भी फ़ॉलो कर सकते हैं.)