तेहरान : अंतरराष्ट्रीय परमाणु उर्जा एजेंसी प्रमुख युकिया अमानो यह सुनिश्चित करने के लिए तेहरान में आज वार्ता करेंगे कि ईरान परमाणु समझौते का पालन करना जारी रखे. इस समझौते को अमेरिका और ईरान के राष्ट्रपतियों ने एक ऐतिहासिक सफलता बताकर इसकी प्रशंसा की है. परमाणु हथियारों पर नजर रखने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी आईएईए ने कहा कि अमानो ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी और ईरान के परमाणु उर्जा संगठन के प्रमुख अली अकबर सालेही से मिलेंगे. वह समझौते के तहत ईरान की प्रतिबद्धताओं को परखने और इसपर निगरानी रखने के बारे में चर्चा करेंगे.
आईएईए प्रमुख अमानो ने समझौते के बाद एक बयान में कहा कि हमने यहां पहुंचने के लिए काफी काम किया है और इस समझौते के क्रियान्वयन के लिए इसी प्रकार के प्रयास की आवश्यकता होगी.आईएईए ने गत शनिवार को इस बात की पुष्टि की थी कि ईरान ने पिछली गर्मियों में हुए इस समझौते के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन किया है जिसके बाद अमेरिका और यूरोपीय संघ ने ईरान के विवादास्पद परमाणु कार्यक्रम को लेकर उस पर लगे प्रतिबंध हटा लिए हैं. इन प्रतिबंधों का ईरान की अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा असरपड़ रहा था.
रुहानी के 2013 में चुनाव में जीत प्राप्त करने के बाद एक बडा राजनयिक प्रयास शुरु हुआ था जिसके तहत 14 जुलाई को विएना में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. रुहानी ने कहा कि उनके देश के लिए इसका क्रियान्वयन अहम है. ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी ‘इरना’ ने रुहानी के हवाले से कहा कि हम, ईरानियों की पहुंच दुनिया भर में हो गई है. हमने ईरान के विश्व के साथ संबंधों का एक नया अध्याय खोला है. इस बीच ओबामा ने वाशिंगटन में कहा कि यह सफलता वार्ता की उनकी नीति का प्रमाण है. उन्होंने राष्ट्र को अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने पश्चिम एशिया में एक और युद्ध शुरु किए बिना कूटनीति के जरिए इसे प्राप्त किया. ओबामा ने यहा भी कहा कि तेहरान की अस्थिरता पैदा करने वाली गतिविधियों को लेकर ‘‘गहरे मतभेद’ बने हुए हैं.